मथुरा: दिल्ली में आध्यात्मिक विश्वविद्यालय चलाने वाले वीरेंद्र देव दीक्षित के मामले का खुलासा होने के बाद अब वृन्दावन में एक तथाकथित भागवताचार्य द्वारा गृह राज्य से भागवत कथा वाचन सिखाने के नाम पर लाई गई युवतियों को बंधक बनाकर उनका कथित रूप से यौन शोषण करने का मामला सामने आया है।
युवतियों के परिजन ने उसके खिलाफ युवतियों की वीडियो क्लिपिंग बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर दुष्कर्म करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। वह युवतियों को जान से मारने की धमकी देकर अक्सर डराया करता था। किंतु, युवतियों ने मकान मालिक के माध्यम से परिजन को सूचना देकर यहां बुला लिया।
पुलिस उपाधीक्षक (सदर) विजय शंकर मिश्र ने बताया, ‘‘इस मामले का पता आज उस समय चला जब वृन्दावन के मोतीझील इलाके में पिछले चार माह से दो युवतियों के साथ रह रहे एक तथाकथित भागवताचार्य वासुदेव शास्त्री की असलियत मालूम पड़ी और उसकी करतूतों का खुलासा हुआ।’’
उन्होंने बताया, ‘‘महाराष्ट्र के बीड जिले का निवासी वासुदेव शास्त्री दो युवतियों (एक बीड निवासी तथा दूसरी पुणे निवासी) को भागवत कथा प्रवचन सिखाने के नाम पर वृन्दावन ले आया था। युवतियों के अनुसार उसने नहाते समय उनकी वीडियो बना ली थीं।’’ दर्ज रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकी देकर चुप कराए हुए था। लेकिन, उनमें से एक युवती ने मकान मालिक की सहायता से अपने परिजन को बुला लिया।’’
युवती के परिजन ने जब तथाकथित बाबा के पड़ोसियों को उसकी करतूत की जानकारी दी तो लोगों ने उनके साथ मिलकर उसे जमकर मारा-पीटा और फिर पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। दूसरी ओर, पुलिस तथा मीडिया के सामने बार-बार बयान बदल रहे आरोपी का कहना है कि उसने एक युवती को किसी युवक से मोबाइल पर बातें करते देख लिया था। जब उसे ऐसा करने से रोका तो उसने (युवती ने) दुष्कर्म का आरोप लगा दिया।
कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह ने बताया, ‘‘दोनों युवतियों को चिकित्सा जांच के लिए जिला महिला अस्पताल भेज दिया है तथा आरोपी वासुदेव शास्त्री को गुरुवार को अदालत में पेश किया जाएगा।’’