लखनऊ। सवित्री बाई फुले ने कांग्रेस पार्टी से त्यागपत्र दे दिया है, लोकसभा चुनाव से पहले सवित्री बाई फुले भारतीय जनता पार्टी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुईं थी। लेकिन अब कांग्रेस पार्टी में उपेक्षा का आरोप लगाते हुए उन्होंने त्यागपत्र देने का फैसला किया है। सवित्री बाई फुले ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी के अंदर उनकी आवाज नहीं सुनी गई और इसलिए वे पार्टी से त्यागपत्र दे रही हैं। सवित्री बाई फुले ने अलग से नई पार्टी बनाने का फैसला किया है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उस समय के कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी की मौजूदगी में सवित्री बाई फुले ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी।
2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने सवित्री बाई फुले को उत्तर प्रदेश की बहराईच लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन इस सीट पर सवित्री बाई फुले भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अक्षयबर लाल को चुनौती नहीं दे पाईं थी और उन्हें सिर्फ 3.47 प्रतिशत यानि 34454 वोट मिल सके थे। भाजपा के प्रत्याशी 525972 वोट के साथ चुनाव जीते थे जबकि दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी शब्बीर रहे जिन्हें 397230 वोट मिले थे।