नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के संत कबीरनगर में बीजेपी सांसद और बीजेपी के ही विधायक के बीच आज जमकर मारपीट हुई। बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी और बीजेपी विधायक राकेश सिंह एक परियोजना के शिलान्यास के लिए नामकरण के सवाल पर एक-दूसरे से भिड़ गए। पहले तो दोनों नेताओं के बीच जमकर बहस हुई। बहस के बीच जूते निकल गए और फिर दोनों एक-दूसरे से भिड़ गए। दोनों के बीच जमकर घूंसे-थप्पड़ और जूते चले।
बैठक स्थल पर मौजूद कुछ लोगों ने बीच-बचाव की कोशिश की लेकिन सांसद महोदय और विधायक जी के गुस्सा सातवें आसमान पर था और दोनों एक-दूसरे पर जमकर हाथपांव और जूते बरसाते रहे। काफी मश्क्कत के बाद दोनों को एक-दूसरे से अलग किया गया।
सत्तारूढ़ दल के सांसद और विधायक के बीच हुई इस मारपीट से ऐसा लग रहा है कि पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं है। फिलहाल सांसद और विधायक के बीच हुई मारपीट की इस घटना पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
सूत्रों ने बताया कि कलेक्ट्रेट सभागार में जिला योजना समिति की बैठक चल रही थी। जिले के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन मौजूद थे। इसी बीच संत कबीरनगर से भाजपा सांसद त्रिपाठी और मेंहदावल से भाजपा विधायक बघेल के बीच सडक निर्माण का श्रेय लेने को लेकर कहासुनी हो गयी । सूत्रों के अनुसार मामला कहासुनी तक ही सीमित नहीं रहा । दोनों आपस में भिड़ गये । एक ने दूसरे को मारने के लिए जूता निकाल लिया । प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह बीच बचाव कर मामला शांत कराया ।
सूत्रों के मुताबिक जिले के मेंहदावल क्षेत्र में सड़क निर्माण की शिलापट्टिका से सांसद का नाम गायब था, जिसे लेकर बवाल हुआ । भाजपा के जिलाध्यक्ष सेत भान राय से जब इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मंत्री ने मुझसे फोन पर बात की और कहासुनी के बारे में बताया । ''उस समय मैं अन्यत्र बैठक में था । प्रदेश अध्यक्ष :महेन्द्र नाथ पाण्डेय: ने भी घटना के बारे में जानकारी मांगी है। मैं मौके पर पहुंच रहा हूं और प्रदेश अध्यक्ष को घटनाक्रम से अवगत कराउंगा ।'' इस बीच लखनउ में भाजपा के एक नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि वरिष्ठ नेताओं का मामला है और प्रदेश अध्यक्ष ही इस बारे में कोई फैसला करेंगे ।