मेरठ: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के दाहा गांव में कांवड़ शिविर का उद्घाटन करने पहुंची साध्वी प्राची ने अपनी एक अपील के जरिए विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने हिंदुओं से अपील की है कि वे मुसलमानों की बनाई कांवड़ का बहिष्कार करें। साध्वी ने कहा कि मुस्लिमों का बहिष्कार होना चाहिए और हिंदुओं को रोजगार मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हरिद्वार में 99 फीसदी मुस्लिम हिंदुओं का कांवड़ बनाते हैं। उन्हें वहां से निकाल देना चाहिए। दाहा गांव में कांवड़ शिविर के उद्घाटन के मौके पर दिए गए साध्वी प्राची के इस नए विवादित बयान के बाद बागपत जिला प्रशासन ने तुरन्त हरकत में आते हुए घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। बागपत के पुलिस अधीक्षक (एसी) शैलेश पांडेय ने बताया कि साध्वी प्राची के बयान के मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अनिल सिंह को सौंपी गई है। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
एएसपी अनिल सिंह ने बताया कि प्राची के बयान की वीडियो एवं ऑडियो क्लिप मंगाई गई है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उधर विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्राची ने बुधवार को दिए गए अपने बयान पर ना तो कोई सफाई पेश की है और ना ही पुलिस द्वारा की जा रही जांच पर कोई टिप्पणी की है।
दरअसल इससे पहले कैराना से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक नाहिद खान ने मुसलमानों से भाजपा समर्थकों की दुकानों का बहिष्कार करने की अपील की थी जिसे लेकर एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई। बता दें कि बुधवार को दिए अपने बयान में साध्वी प्राची ने कहा था कि जब भी इस तरह की बातें उठती हैं, वे कैराना से ही शुरू होती है।
उन्होंने कहा कि जहां उनकी (मुसलमानों) संख्या ज्यादा होती है वहीं से विवाद पैदा होता है। पहले कैराना से हिंदुओं को भगाया। उनसे मकान खाली कराए और अब कह रहे हैं कि हिंदुओं की दुकान से सामान न खरीदें। उन्होंने कहा कि हरिद्वार में 99 फीसदी मुस्लिम हिंदुओं का कांवड़ बनाते हैं और उन्हें वहां से निकाल देना चाहिए। उनका बहिष्कार होना चाहिए। हिंदुओं को रोजगार मिलना चाहिए।