कानपुर: कानपुर के बिकरु गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर से पुलिस को ब्लैंक राशन कार्ड, पूर्व के मुकदमे के दस्तावेज, पुलिस का वायरलेस सेट, नौकरों के दो-दो आईडी प्रूफ, कारतूस और कीलें मिली हैं। पुलिस ने विकास दुबे का घर ध्वस्त कर दिया है। घर के मलबे से यह सब सामान मिला है।
पुलिस को विकास दुबे के नौकर दयाशंकर की दो आईडी मिली हैं। पहले आईडी दयाशंकर नाम से ही है जबकि दूसरी आईडी कल्लू नाम से है। वहीं, विकास दुबे की नौकरानी रेखा की भी दो आईडी मिली है। फिलहाल, पुलिस ने इन सभी सामानों की जब्त कर लिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
जांच में सामने आया है कि विकास दुबे का अपने इलाके में सिक्का चलता था। यह यहां के उद्योगों से लेकर कारोबारियों से जमकर उगाही करता था। बताया जा रहा है कि बिकरु गांव के घर के बाहर रोज़ विकास की अदालत लगती थी। अदालत में ज्यादातर मामले ज़मीनों से जुड़े आते थे।
सूत्रों के मुताबिक विकास ने ज़मीनों की खरीद फरोख्त में काफी पैसा कमाया था। विकास के पास के चौबेपुर और बिठूर इलाके में ज़मीन काफी महंगी है। यहां ज़मीन की कीमत एक करोड़ रुपए प्रति बीघा तक है। यहॉ ज़मीनों में कब्ज़ा करना,ज़मीनों की खरीद फरोख्त में विकास का कट होता है।
इसके अलावा विकास ठेकेदारी का भी काम करता है। चौबेपुर में बड़ा इंडस्ट्रियल एरिया है। जहाँ डिटर्जेंट बनाने वाली,केमिकल फैक्ट्री,एग्रो इंडस्ट्रीज और कई बड़ी बड़ी फैक्ट्रीज है। लोगों का कहना है कि यहां से विकास लाखो की वसूली करता।