मेरठ: अवैध धर्मांतरण केस में गिरफ्तार कलीम सिद्दीकी पर बड़ा खुलासा हुआ है। यूपी एटीएस के मुताबिक कलीम सिद्दीकी के धर्मांतरण का नेटवर्क उमर गौतम से भी बड़ा है। सूत्रों के मुताबिक जांच में ये भी पता चला है कि मौलाना कलीम के ताल्लुक पाकिस्तान से भी हैं। अवैध धर्मांतरण के लिए पाकिस्तान से भी फंडिंग हुई। कलीम सिद्दीकी पर लाखों लोगों के धर्मांतरण का शक है। सूत्रों के मुताबिक लव जेहाद और मुस्लिम आबादी को बढ़ाना कलीम के एजेंडे में शामिल थे। अब कलीम की गिरफ्तारी के बाद उसके 5 साथियों की भी तलाश की जा रही है।
कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी के बाद से उसके साथी फरार हैं। उसके साथी मेरठ, मुजफ्फरनगर, दिल्ली में छिपे हो सकते हैं। एटीएस की पूछताछ में मौलाना कलीम ने ये भी बताया कि उमर गौतम की गिरफ्तारी के बाद उसे भी गिरफ्तारी का डर था। ATS के रडार में आने के डर से उसने दो बार मोबाइल नंबर भी बदला। बता दें कि मंगलवार देर रात यूपी एटीएस की टीम ने मेरठ से एक कार्यक्रम से लौटते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। एटीएस ने मौलाना और उसके तीन साथियों से रात भर पूछताछ की।
मौलाना सिद्दीकी मुजफ्फरनगर के फुलत का रहने वाला है। फुलत के अलावा कई जगहों पर उसके नाम पर मदरसे चलते हैं। मौलाना की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसे देश के साथ ही विदेश से भी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए न्योते आते हैं।
मौलाना सिद्दीकी ने इस महीने सात सितंबर को मुंबई में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के की तरफ से आयोजित राष्ट्र प्रथम और राष्ट्र सर्वोपरि कार्यक्रम में भी शिरकत की थी। एडीजी ला एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने गुरुवार को लखनऊ में बताया कि मौलाना के खिलाफ अवैध मतांतरण में लिप्त होने का पता चला है। संदिग्ध गतिविधियों के चलते इस्लामिक विद्वान मौलाना कलीम सिद्दीकी सुरक्षा एजेंसी के निशाने पर था।