नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के महागठबंधन का कल ऐलान होने वाला है लेकिन इस ऐलान से पहले आरएलडी का पेंच फंस गया है। उत्तर प्रदेश में कम सीट मिलने से अजित सिंह की पार्टी नाराज हो गई है। अखिलेश-मायावती अजित सिंह की पार्टी को 2 सीटें देना चाहते हैं लेकिन आरएलएडी ने दो टूक कह दिया है कि उन्हें ज्यादा सीटें चाहिए। खबर है कि इस नाराजगी की वजह से आरएलएडी ने कल होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस से अपनी दूरी बना ली है।
बता दें कि दोनों पार्टियां कल दोपहर 12 बजे एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रही है। माना जा रहा है कि बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव यूपी में सीटों के बंटवारे के साथ ही गठबंधन की घोषणा कर सकते हैं। इससे पहले पिछले हफ्ते ही दोनों नेताओं के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा हुई है।
पिछले लोकसभा चुनावों में बुरी तरह मात खाने के बाद इस बार दोनों पार्टियां एक साथ मिलकर भाजपा से मुकाबला करेंगी। पिछले चुनावों में यूपी की 80 सीटों में से भाजपा को 71 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं मायावती की पार्टी खाता भी नहीं खोल सकी थी। ऐसे में इस चुनावों में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए दोनों पार्टियों ने हाथ मिला लिया है। लेकिन यह गठबंधन विपक्ष के महागठबंधन का हिस्सा होगा कि नहीं यह साफ नहीं है।
ये है फॉर्मूला
यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं। पिछले लोकसभा चुनावों में यूपी से बीजेपी को 71 सीटें मिली थीं। इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और अखिलेश यादव के बीच घंटों तक चली बैठक के बाद सीटों का फॉर्मूला तय हुआ। मायावती के दिल्ली आवास त्याग राज मार्ग पर हुई बैठक में तय हुआ है कि सपा और बसपा 37-37 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। दो सीटें राष्ट्रीय लोक दल के लिए (संभावित रूप से अजीत सिंह और जयंत चौधरी) के लिए छोड़ी जा सकती हैं।