लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने मुसलमानों को घरों में 'अलविदा जुम्मा' (रमजान का अंतिम शुक्रवार) की नमाज अदा करने के लिए अपील की है। इस्लामिक सेंटर के अध्यक्ष और लखनऊ ईदगाह के प्रमुख सुन्नी धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महाली ने कहा कि अलविदा जुम्मा के लिए कोविड 19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना महत्वपूर्ण है।
एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि सभी को घर पर चार या अधिक लोगों के साथ एक समूह के रूप में अंतिम रमजान शुक्रवार की नमाज अदा करनी चाहिए। मौलाना ने कहा कि "नमाज की पेशकश करते समय भी मास्क पहने और सामाजिक दूरी बनाए रखें। पांच लोग ही मस्जिद में अलविदा नमाज के लिए मौजूद रहें और कोई छठा व्यक्ति नहीं होना चाहिए।"
उन्होंने उग्र कोरोनावायरस महामारी के मद्देनजर एक दूसरे के घरों में जाने को भी मना किया। रमजान का आखिरी शुक्रवार 7 मई को होगा।
उत्तर प्रदेश में कर्फ्यू की अवधि 10 मई तक बढ़ायी गयी
उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर सप्ताहांत पर लगाए गए कर्फ्यू की अवधि बुधवार को दो और दिनों के लिए बढ़ाते हुए इसे 10 मई तक कर दिया है।सरकारी प्रवक्ता ने यहां बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पिछले शुक्रवार रात आठ बजे से मंगलवार सुबह सात बजे तक कर्फ्यू लगाया गया था। इसकी अवधि तीन मई को 48 घंटे के लिये बढ़ाते हुए छह मई सुबह सात बजे तक कर दी गयी थी। एक बार फिर कर्फ्यू की अवधि को बढ़ाते हुए इसे सोमवार (10 मई) सुबह सात बजे तक कर दिया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार ने यह फैसला प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के अपने प्रयासों के तहत लिया है। उन्होंने बताया कि इस अवधि में आवश्यक और अनिवार्य सेवाएं जारी रहेंगी और टीकाकरण का काम जारी रहेगा।