अयोध्या. अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियों के बीच भगवान राम के कुछ मुस्लिम भक्त इस ऐतिहासिक अवसर पर उत्सव मनाने की तैयारी कर रहे हैं। पिछले साल नवंबर में उच्चतम न्यायालय द्वारा दशकों पुराने इस मामले में फैसला सुनाये जाने के बाद पांच अगस्त को होने वाले कार्यक्रम से मंदिर निर्माण का कार्य आरंभ हो जाएगा।
अयोध्या जिले के निवासी जमशेद खान ने कहा कि वह हिंदू भाइयों के साथ मंदिर निर्माण के शुभारंभ का उत्सव मनाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस्लाम अपना लिया है और हमने इसकी उपासना पद्धति अपना ली है लेकिन इससे हमारे पूर्वज नहीं बदलेंगे। हम मानते हैं कि भगवान राम हमारे पूर्वज हैं।’’
वहीं एक अन्य निवासी वसी हैदर ने भी ऐसी ही भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस्लाम के सिद्धांतों को मानते हैं और इस्लामी पद्धति से उपासना करते हैं लेकिन हम यह भी मानते हैं कि भगवान राम हमारे पूर्वज थे। राम मंदिर निर्माण होते हुए देखना हमारे लिए सौभाग्य की बात है।’’
हाजी सईद ने कहा कि भारतीय मुस्लिम, भगवान राम को ‘इमाम-ए-हिंद’ मानते हैं। रशीद अंसारी का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि उन्हें राम जन्मभूमि के गर्भगृह में जाने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘यदि सुरक्षा या अन्य कारणों से मुझे वहां जाने का अवसर नहीं मिला तो मैं अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की शुरुआत का उत्सव मनाऊंगा।’’
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के अवध प्रांत के प्रभारी अनिल सिंह ने कहा कि भगवान राम के कुछ मुस्लिम भक्त अन्य राज्यों से अयोध्या आ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘एक भक्त मंदिर निर्माण के लिए अपने राज्य छत्तीसगढ़ से ईंटें लेकर अयोध्या आ रहा है।’’
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्यों के अनुसार राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या का दौरा करने की उम्मीद है।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्य अनिल मिश्रा ने रविवार को पीटीआई-भाषा को बताया था कि भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और सरसंघचालक मोहन भागवत के अलावा कई नेताओं को निमंत्रण दिया जा रहा है। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दूरदर्शन द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त अन्य मतावलंबियों को भी न्योता भेजने की योजना है।