नोएडा: कांग्रेस जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल ने मंगलवार को बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तर प्रदेश महासचिव के लिए सलाहकार परिषद के तौर पर राकेश सचान, आचार्य प्रमोद कृष्णम, हरेंद्र मलिक और बेगम नूरबानो की नियुक्ती की हरी झंडी दे दी है।
इसके अलावा कांग्रेस संसदीय रणनीति दल की आज एक वर्चुअल बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता सीपीपी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की। बैठक में आगामी संसद सत्र के लिए कांग्रेस ने अपनी रणनीति बनाई। सूत्रों के अनुसार पार्टी LAC, आर्थिक संकट और कोविड-19 महामारी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरेगी। इसके अलावा पार्टी आगामी संसद सत्र में लॉकडाउन के दौरान प्रवासी श्रमिकों के बारे में और प्रश्नकाल हटाने के मुद्दों को भी उठाएगी। कोविड-19 महामारी के बीच संसद का मानसून सत्र 14 सितंबर से शुरू हो रहा है। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को संप्रग के सहयोगियों और समान सोच वाले दलों से संपर्क करने को कहा गया ताकि संसद के बाहर और भीतर सरकार के खिलाफ एकजुटता दिखायी जाए।
दुनिया की ‘कोरोना कैपिटल’ बना भारत, ‘विफलता’ पर जवाब दें प्रधानमंत्री: कांग्रेस
कांग्रेस ने देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 40 लाख के पार चले जाने के बाद कहा कि भारत दुनिया का ‘कोरोना कैपिटल’ बन गया है और इससे कारगर ढंग से निपटने में ‘विफलता’ के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जवाब देना चाहिए। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सरकार से यह सवाल भी किया कि कोरोना पर नियंत्रण कैसे पाया जाएगा और ‘डूबती अर्थव्यवस्था’ को कैसे उबरा जाएगा? उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मोदी जी ने कहा था, ‘‘महाभारत का युद्ध 18 दिन चला था। कोरोना से युद्ध जीतने में 21 दिन लगेंगे।’’ 166 दिन बाद भी समूचे देश में ‘कोरोना महामारी की महाभारत’ छिड़ी है, लोग मर रहे हैं, पर मोदी जी मोर को दाना खिला रहे हैं। कोरोना से युद्ध तो जारी है, पर सेनापति नदारद हैं।’’
सुरजेवाला ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘भारत आज दुनिया की ‘कोरोना कैपिटल’ बन गया है। कोरोना महामारी के संक्रमण में भारत दुनिया में अब दूसरे स्थान पर है। पिछले 24 घंटे में भारत में कोरोना संक्रमण के 90,633 मामले आए हैं।’’ कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘29 दिन में भारत में कोरोना संक्रमण के मामले 20 लाख से बढ़कर 40 लाख हो गए। विशेषज्ञों के मुताबिक आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमण और भी खतरनाक हो सकता है। 30 नवंबर कोरोना संक्रमण के मामले 1 करोड़ हो सकते हैं। 30 दिसंबर तक कोरोना संक्रमण के मामले बढ़कर 1.40 करोड़ हो सकते हैं। कोरोना होने वाली मौतों की संख्या 1,75,000 तक बढ़ने की आशंका व खतरा है।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘बगैर सोचे, बगैर समझे, बगैर विचार विमर्श के मात्र तीन घंटे के नोटिस पर लागू किए गए लॉकडाउन से कोरोना महामारी रुकी नहीं, बल्कि इसने देश की अर्थव्यवस्था व लोगों के रोजगार की कमर पूरी तरह से तोड़ दी। इसका कारण यह प्रधानमंत्री की विफल नेतत्व है। सुरजेवाला ने सवाल किया, ‘‘नेतृत्व की इस विफलता का मोदी जी जवाब दें। देश को बताएं कि कोरोना पर नियंत्रण कैसे पाया जाएगा? कोरोना संक्रमण की विस्फोटक स्थिति पर कैसे काबू पाएंगे?
कोरोना संक्रमण को करोड़ों में जाने से कैसे रोकंगे? कोरोना से हो रही बेतहाशा मौतों पर कैसे नियंत्रण होगा? डूबती अर्थव्यवस्था को कैसे उबारेंगे? क्या कोई हल है या फिर भगवान पर इल्जाम लगा देंगे?’’ स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में एक दिन में कोविड-19 के रिकॉर्ड 90,802 मामले सामने आने के बाद सोमवार को इस बीमारी के कुल मरीजों की संख्या 42,04,613 हो गई। जबकि पिछले 24 घंटों में 1,016 लोगों की मौत के साथ मृतक संख्या बढ़कर 71,642 हो गई है।