लखनऊ: उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए घमासान जारी है। इन सीटों के लिए चल रही वोटिंग के बीच भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपनी रणनीति में बदलाव की खबरें आ रही हैं। कहा जा रहा है कि अपने 9वें उम्मीदवार अनिल अग्रवाल की जीत सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी अपने 2 विधायकों को वोट देने से रोक सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीएसपी विधायक अनिल सिंह, सपा विधायक नितिन अग्रवाल और निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी पहले ही बीजेपी के पक्ष में वोट कर चुके हैं।
बताया जा रहा है कि बीजेपी की इस नई रणनीति की वजह से जीत का आंकड़ा 37 से घटकर 36 हो जाएगा। हालांकि कहा जा रहा है कि पार्टी इस रणनीति पर फैसला आज 2 बजकर 30 मिनट के बाद लेगी। गौरतलब है कि 403 सदस्यीय उत्तर प्रदेश विधानसभा में बीजेपी के एक विधायक की मौत हो चुकी है, वहीं 2 विधायक जेल में हैं। वहीं, निर्दलीय विधायकों राजा भैया और विनोद सरोज के वोट पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है। यदि ये दोनों विधायक भी बीजेपी के पाले में आ जाते हैं तो समाजवादी पार्टी के लिए खासी मुश्किल पैदा हो जाएगी।
आपको बता दें कि इससे पहले बहुजन समाज पार्टी के विधायक अनिल सिंह, समाजवादी पार्टी के विधायक नितिन अग्रवाल और निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी ने घोषित तौर पर भारतीय जनता पार्टी का समर्थन किया है। हालिया घटनाक्रमों को देखते हुए अभी तक यह तय नहीं है कि ऊंट किस करवट बैठेगा। बीजेपी ने जहां विपक्षी पार्टियों के कई विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग का दावा किया है वहीं समाजवादी पार्टी ने भी कहा है कि बीजेपी के कुछ विधायक दूसरी पार्टी के उम्मीदवारों को वोट दे सकते हैं।