दिल्ली में आयोजित की गई पहली क्षत्रिए राउंड टेबल कान्फ्रेंस में विभिन्न क्षत्रिय और राजपूत संगठनों ने सरकारी नौकरियों में आरक्षण की मांग की और साथ ही अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का संकल्प भी लिया। जारी किए गए मीडिया स्टेटमेंट में कहा गया कि देश की पहली क्षत्रिय राउंड टेबल कान्फ्रेंस में संकल्प लिया गया कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कर क्षत्रिय अपने समाज की प्रतिष्ठा और शौर्य को फिर से स्थापित करेंगे। क्षत्रिय समाज के नेताओं ने सरकार से मांग की कि वे पदमावत फिल्म जैसी स्थिति से बचने के लिए ऐतिहासिक और व्यक्ति विशेष पर बनने वाली फिल्मों के लिए एक खास समिति बनाए जो संबंधित फिल्म की विषयवस्तु और पटकथा को देखकर उसे अपनी संस्तुति फिल्म बनाने के लिए दे।
सम्मेलन के संयोजक कैप्टन कुंवर विक्रम सिंह ने कहा कि सर्वसम्मति से यह फैसला किया कि क्षत्रिय समाज के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को आरक्षण दिलाने के लिए देशव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा। इस अवसर पर करणी सेना के प्रमुख लोकेंद्र सिंह कालवी ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोगों की भावनाओं को आहत करते हुए पदमावत फिल्म का प्रदर्शन किया गया। राजपूत समाज से पहले हरियाणा में जाट, राजस्थान में गुर्जर, गुजरात में पटेल और महाराष्ट में मराठे पहले से ही आरक्षण की मांग करते हुए आंदोलन कर रहे हैं।