नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में हार मिलने के बाद बुधवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पहली बार अमेठी पहुंचे। लखनऊ एयरपोर्ट से होते हुए सड़क के रास्ते गौरीगंज के चौक पहुंचे जहां उन्होंने कांग्रेस नेता स्व. डॉ गंगा प्रसाद गुप्ता के निधन पर परिवारीजनों से मुलाकात कर शोक व्यक्त किया।
इसके बाद वो निर्मला शैक्षिक संस्थान पहुंचे जहां राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वह अमेठी नहीं छोड़ेंगे। वह लगातार यहां आते रहेंगे। इसके साथ ही प्रियंका वाड्रा भी यहां आएंगी। कार्यकर्ताओं से कहा कि वह हार से निराशा न हो। क्षेत्र में जाकर पार्टी को मजबूत करें।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में अमेठी सीट पर केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के हाथों हार के बाद राहुल पहली बार अमेठी पहुंचे हैं। जिला कांग्रेस के प्रवक्ता अनिल सिंह ने मंगलवार को बताया कि राहुल अमेठी संसदीय क्षेत्र के सभी पांचों विधान सभा क्षेत्र सलोन, अमेठी, गौरीगंज, जगदीशपुर और तिलोई के कांग्रेस प्रभारियों तथा पार्टी की न्याय पंचायत, ब्लाक तथा बूथ स्तरीय इकाइयों के अध्यक्षों के साथ ही हर ब्लाक से 15-15 वरिष्ठ कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक कर लोकसभा चुनाव में अमेठी से अपनी हार के कारणों का पता लगाने की कोशिश करेंगे।
उन्होंने बताया कि राहुल कुछ गांवों का दौरा भी करेंगे। राहुल गांधी चुनाव हारने के बाद पहली बार अमेठी आ रहे हैं। उनके दौरे की तैयारी की कमान कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी के राजनैतिक मामलों के प्रभारी जुबैर खान के जिम्मे है।
मालूम हो कि राहुल ने हाल में सम्पन्न हुए लोकसभा चुनाव में अमेठी के साथ- साथ केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ा था, जहां से वह सांसद चुने गये थे। मगर, पीढ़ियों से गांधी—नेहरू परिवार के गढ़ रहे अमेठी में उन्हें भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी से 50 हजार से ज्यादा मतों से शिकस्त झेलनी पड़ी थी।