लखनऊ: लखीमपुर खीरी जाने के लिए दिल्ली से लखनऊ पहुंचे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को एयरपोर्ट पर ही पुलिस ने रोक लिया था, जिसके बाद वह लखनऊ एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठ गए थे। हालांकि, अब यह धरना खत्म हो गया है और राहुल गांधी लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए हैं। वह पहले सीतापुर जाएंगे और वहां से प्रियंका गांधी को साथ लेकर लखीमपुर खीरी पहुंचेंगे।
गौरतलब है कि राहुल गांधी लखनऊ एयरपोर्ट से अपनी गाड़ियों से लखीमपुर खीरी जाने के लिए अड़े थे जबकि पुलिस और प्रशासन उन्हें अपनी गाड़ियों के जरिए ले जाना चाहता था। इसी को लेकर करीब 20 मिनट तक लखनऊ एयरपोर्ट ड्रामा चला। राहुल गांधी धरने पर बैठ गए। लेकिन, अब राहुल गांधी के नेतृत्व में 5 सदस्यीय कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल लखनऊ हवाई अड्डे से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गया है।
धरने पर बैठने के दौरान राहुल गांधी का बयान
धरने के वक्त मीडिया से बातचीत में राहुल गांधी ने कहा था कि 'हमें अपनी गाड़ी में लखीमपुर खीरी जाना है लेकिन ये (पुलिस) चाहते हैं कि हम इनके साथ इनकी गाड़ी में जाए। इसका मतलब है कि ये कुछ न कुछ बदमाशी कर रहे हैं इसलिए हम लोग यहां बैठे हुए हैं।'
राहुल गांधी ने आगे कहा था कि 'हमें अपनी गाड़ी में लखीमपुर खीरी जाना है। ये चाहते हैं कि हम इनके साथ इनकी गाड़ी में जाएं। देश का नागरिक हूं, आप मुझे क्यों नहीं जाने दे रहे हैं? पहले इन्होंने कहा कि आप अपनी गाड़ी में जा सकते हैं, अब बोल रहे हैं कि आप पुलिस की गाड़ी में जाएंगे।'
पीड़ित परिवारों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा देगी चन्नी और बघेल सरकार
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचने के बाद पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी-अपनी तरह से लखीमपुर खीरी में हुई घटना में मारे गए किसानों के परिवारों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जिन किसानों की मौत हुई है, पत्रकार समेत प्रत्येक के परिवार को हम पंजाब सरकार की तरफ से 50 लाख रुपये देंगे।
उन्होंने आगे कहा, "मैं आज राहुल गांधी के नेतृत्व में लखनऊ पहुंचा हूं। घटनास्थल पर जाना है। किसानों और पत्रकारों को मार गिराया गया है। मुझे दुख है कि किस तरह योजना बनाकर हमला हुआ। किसानों को मारा जाएगा तो हम चुप नहीं बैठ सकते।"
चन्नी के बाद छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों के साथ पूरा हिंदुस्तान खड़ा हुआ है। छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से प्रत्येक पीड़ित किसानों के परिवार को 50 लाख रुपए और पीड़ित पत्रकार के परिवार को भी 50 लाख रुपये दिए जाएंगे।