उत्तर प्रदेश में आवारा पशुओं से प्रशासन कितना हलाकान है उसका नज़ारा पूर्वी उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में साफ दिखाई दे रहा है। यहां बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दौरा प्रस्तावित है। इस प्रस्तावित दौरे को देखते हुए प्रशासन युद्ध स्तर पर तैयारी कर रहा है। लेकिन मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर प्रशासन की मुख्य चिंता शहर की सड़कों पर घूमते आवारा पशुओं को लेकर है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री के काफिले के सामने कोई जानवर न आ जाए, स्थानीय प्रशासन ने पीडब्ल्यूडी के जूनियर इंजीनियरों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है। ये जूनियर इंजीनियर आवारा पशुओं पर नजर रखेंगे।
मिर्जापुर के अधिशासी अभियंता के दफ्तर से जारी आदेश में क्षेत्र के 9 जूनियर इंजीनियरों की ड्यूटी लगाई गई है। प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री का हेलिकॉप्टर मिर्जापुर की पुलिस लाइन्स में उतरेगा, यहां से सीएम योगी बिरोही जाएंगे। जूनियर इंजीनियरों को इसी रास्ते पर तैनात किया गया है।
लिखित आदेश में इन इंजीनियरों को अपने साथ 8 से 10 रस्से साथ लाने के निर्देश दिए गए हैं। सरकारी निर्देश में उनकी ड्यूटी के बारे में बताते हुए लिखा गया है कि यदि कोई आवारा पशु मुख्यमंत्री के रास्ते में आ जाए तो उसे रस्सों की मदद से बांधकर तुरंत मार्ग से हटा दिया जाए। ताकि मुख्यमंत्री के आवागमन में कोई बाधा न आए।
मीरजापुर में PWD के जूनियर इंजीनियरो की आवारा पशु पकड़ने की ड्यूटी लगाई गई।यूपी में गंगा यात्रा निकल रही है जिसमे कल मुख्यमन्त्तरी योगी मिर्ज़ापुर जाएंगे। इंजीनियरो से कहा गया कि 8 से 10 रस्सी लेकर सड़क पर रहे अगर मुख्यमन्त्तरी के आने पर अगर कोई आवारा पशु सड़क पर आए तो उसे रस्सियों से बांध कर रखे जिससे मुख्यमन्त्तरी के रास्ते मे कोई बाधा न आये।