लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में भारतीय जनता पार्टी के दर्जनों नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मोहम्मदी थाना परिसर में घुसकर अपनी पार्टी के कार्यकर्ता शिब्बू सिंह को पुलिस हिरासत से मुक्त कराने की घटना सामने आई है। इस मामले पर कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री से सवाल पूछा है। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी कार्यकर्ता शिब्बू सिंह को शुक्रवार को रामलीला मैदान में महिला पुलिसकर्मियों से छेड़खानी और दुर्व्यवहार करने के आरोप में पुलिस ने हिरासत में लिया था।
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा कार्यकर्ताओं को जब शिब्बू सिंह को हिरासत में लिये जाने की खबर पता चली तो वे थाने में पहुंचे गये। इसके बाद मोहम्मदी के भाजपा विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह भी कार्यकर्ता की रिहाई के लिए थाने में पहुंच गये। लोकेंद्र प्रताप सिंह ने स्वीकार किया कि शुक्रवार की रात वह मोहम्मदी थाना में गये थे। उन्होंने कहा कि जब वह थाना में पहुंचे तो मामला शांत हो गया और शिब्बू सिंह को पुलिस हिरासत से रिहा कर दिया गया। सिंह ने इस घटना को गलत तरीके से पेश किये जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि शिब्बू सिंह ने जरूर खराब व्यवहार किया, लेकिन छेड़खानी का आरोप गलत है।
भाजपा विधायक ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और उनके भाई कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के उस ट्वीट पर गहरी पीड़ा व्यक्त की जिसमें कांग्रेस नेताओं ने उपरोक्त घटना की खबर को रीट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री से सवाल पूछा है। सिंह ने कहा कि अगर कार्यकर्ता के खिलाफ छेड़खानी के आरोप सिद्ध हो जाते हैं तो वह विधायक का पद छोड़ देंगे, लेकिन अगर इस तरह के आरोप बेबुनियाद पाये जाते हैं तो झूठे आरोप लगाने वालों को माफी मांगनी चाहिये। गौरतलब है कि कांग्रेस की उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने इस घटना से संबंधित एक खबर को साझा करते हुए अपने ट्वीट में कहा है, ‘‘क्या यूपी के सीएम बताएंगे कि यह किस ‘मिशन’ के तहत हो रहा है? बेटी बचाओ या अपराधी बचाओ?’’