गोरखपुर: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा फुल ऑन मोड में पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान पर निकल पड़ी हैं। रविवार को उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर में प्रतिज्ञा रैली की। प्रतिज्ञा रैली को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी बहुत एग्रेसिव मोड में नजर आईं। उन्होंने भाजपा, सपा, बसपा पर निशाना साधा। इतना ही नहीं, उन्होंने कांग्रेस के 70 साल सरकार में रहने और अब भाजपा के 7 साल सरकार में रहने का कंपैरिजन भी किया।
इन सबसे अलग, एक जो नई बात नजर आई, वह है कि प्रियंका गांधी के इस संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन करने का अंदाज दिखाई दिया। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम तौर पर स्थानीय लोगों से कनेक्ट करने के लिए स्थानीय भाषा से अपने संबोधन की शुरुआत करते हैं। गोरखपुर में प्रतिज्ञा रैली को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने भी ऐसा ही किया। उन्होंने भोजपुरी में अपने संबोधन की शुरुआत की। संबोधन शुरू करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, "का हाल चाल बा...ठीक बानी जा न?"
इसके बाद उन्होंने एक-एक कर भाजपा, सपा, बसपा सब पर निशाना साधा। प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘कुछ लोग भाजपा से मिले होने का आरोप लगाते हैं लेकिन मैं इस मंच से कह रही हूं कि मर जाऊंगी, जान दे दूंगी, लेकिन कभी भाजपा से मिलावट नहीं करुंगी।’’ प्रियंका गांधी ने कहा कि कबीर दास कहते थे कि ‘साईं इतना दीजिए जामें कुटुंब समाय’ लेकिन भाजपा की मंशा यह है कि जनता से लूट-लूटकर पूंजीपतियों को पहुंचाएं, महंगाई इतना बढ़ाओ कि जनता त्राहि-त्राहि चिल्लाए। उन्होंने कहा, ‘‘ये कहते हैं कि 70 साल में कांग्रेस ने क्या किया, मैं कहती हूं 70 साल में जो कांग्रेस ने बनाया उसे सात वर्षों में इन लोगों ने बेच दिया।’’
उन्होंने राज्य में गरीबों, पिछड़ों, बुनकरों, किसानों, महिलाओं, दलितों और ब्राह्मणों के उत्पीड़न का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, ‘‘अमित शाह (केंद्रीय गृह मंत्री) का कल भाषण सुन रही थी, अमित शाह कह रहे थे कि उत्तर प्रदेश में अब अपराधियों को दूरबीन लेकर ढूंढना पड़ता है, लेकिन उनके साथ कौन खड़ा था, अजय मिश्रा टेनी (गृह राज्य मंत्री), मैं कह रही हूं दूरबीन छोड़िए, चश्मा लगाइए, क्या गरीब की कोई सुनवाई नहीं है।’’
उल्लेखीय है कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में अजय मिश्रा का पुत्र आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी है जिसमें में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा, ‘‘यहां पर जलभराव की जो समस्या है आपने देखा होगा कि मुख्यमंत्री बनने से पहले योगी जी आते थे और जबसे मुख्यमंत्री बने हैं हवाई जहाज से उड़ कर चले जाते हैं। उनकी सरकार ने जन जन की रोटी खत्म की है।’’
प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘कोरोना में जो ऑक्सीजन मांग रहा था उसके खिलाफ कार्रवाई की गई। कहा जाता था कि जमीन जब्त कर लेंगे। मदद नहीं मिली, सहायता नहीं मिली। नदी में लाशें बह रही थीं लेकिन सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं आई। कोरोना वायरस की वजह से जिनकी रोजी रोटी छिन गई उनकी आज तक मदद नहीं हो पाई, कांग्रेस ऐसे परिवारों को 25 हजार रुपये की मदद देंगी।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता अपना खून बहाने के लिए तैयार है और जो कहते हैं कि हमारा संगठन दुर्बल है वह यहां आई भीड़ देख लें। कांग्रेस महासचिव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में सब कुछ गुरु गोरखनाथ की वाणी के विपरीत हुआ, बुलडोजर चले, आपकी संपत्ति जब्त करने, जेल में डालने की बात की गई। अब समय आ गया कि अपने नेता से सवाल कीजिये कि आपने जितने वादे किए, एक भी पूरा क्यों नहीं हुआ। प्रदेश में पूर्वांचल में बदलाव आना चाहिए।''
सपा-बसपा पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, "आप जानते हैं कि यहां कांग्रेस सरकार के दौरान स्थापित गन्ना मिलों को किसने बंद किया। सपा और बसपा की सरकार ने उन मिलों को बंद कर दिया और वे कह रहे हैं कि कांग्रेस भाजपा के साथ मिलकर काम कर रही है। मैं पूछना चाहती हूं- आपके कठिन समय में वे आपके साथ क्यों नहीं खड़े होते?"