लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केन्द्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार की तुलना ब्रिटिश हुकूमत से करते हुए शनिवार को कहा कि आज देश में वे ही शक्तियां सत्ता पर काबिज हैं जिनसे हम आजादी के वक्त लड़े थे। कांग्रेस के 135वें स्थापना दिवस पर यहां आयोजित कार्यक्रम में कहा कि आज देश संकट में है। देश के कोने-कोने में नौजवान और विद्यार्थी इस देश के संविधान पर प्रहार करने वाले कानूनों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं मगर सरकार दमन और भय से उन आवाजों को बंद करना चाहती है। जब-जब ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है और भारत माता की आवाज दबायी जाती है तब-तब कांग्रेस उठकर चुनौती स्वीकार करती है। कांग्रेस कार्यकर्ता के दिल में तथा कर्मों में डर और हिंसा के लिये कोई जगह नहीं है।
उन्होंने परोक्ष रूप से भाजपा की तुलना ब्रिटिश हुकूमत से करते हुए कहा ''आज देश में वो ही शक्तियां सरकार चला रही हैं जिनसे हमारी ऐतिहासिक टक्कर रही है। एक दमनकारी विचारधारा है, फूट की विचारधारा है। आज भी हम उसी विचारधारा से लड़ रहे हैं जिससे आजादी के समय लड़े थे।'' प्रियंका ने कहा कि जिन्होंने आजादी के संघर्ष में कोई योगदान नहीं दिया, आज वे देशभक्ति का नाम लेकर देश भर में डर फैलाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा संविधान के खिलाफ कानून बनाती है और फिर विरोध करने वालों का दमन करती है। बिजनौर में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान 21 साल के एक गरीब लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। पुलिस ने परिवार को उसके शव को 40 किलोमीटर दूर दफनाने के लिये मजबूर किया। उसके परिवार को धमकाया। उस लड़के की तरह तमाम बच्चों को मार डाला गया और जिन्हें नहीं मारा जा सका, उन्हें जेल में डाल दिया गया। उनका कुसूर सिर्फ इतना था कि वे भाजपा सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे थे।’
जनता की आवाज को डर और हिंसा को अपनाये बगैर उठाने का आह्वान करते हुए कांग्रेस महासचिव ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा ''अगर हम आज आवाज नहीं उठाएंगे तो कायर साबित होंगे।'' प्रियंका ने कहा कि उत्तर प्रदेश में दूसरी विपक्षी पार्टियां ज्यादा कुछ कह नहीं रही हैं। वह डर रही हैं या क्या बात है, यह मैं नहीं जानती। मगर हम डरने वाले नहीं हैं।
उन्होंने केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा ''जो डरता है वह अपने दुश्मन का मुंह या तो हिंसा से बंद करता है या फिर पीछे हट जाता है। भाजपा ने जनता की आवाज को कायरता और हिंसा से दबाया और अब पीछे हट रही है। वह आज कहती है कि हमने एनआरसी पर नहीं बल्कि एनपीआर पर चर्चा की है। जो लोग देश भर में एनआरसी की चर्चा फैलाते हैं, वे आज कह रहे हैं कि चर्चा ही नहीं की। देश आपकी कायरता को पहचान रहा है।''
प्रियंका ने कहा कि कांग्रेस ने अलग-अलग धर्मों, जातियों और विचारधाराओं को एकजुट करके भारत को आजादी दिलायी। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में हर धर्म और जाति के लोग शहीद हुए। यहां की मिट्टी में सभी का खून मिला है और इसे कोई अलग नहीं कर सकता। उत्तर प्रदेश के हालात का जिक्र करते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा कि आज किसान आवारा पशुओं से परेशान है। उन्हें फसल के वाजिब दाम और बकाया गन्ना मूल्य नहीं मिल रहा है। आज उत्तर प्रदेश के गांव-गांव में किसान रो रहा है। सरकार देखे कि उन्नाव में बलात्कार पीड़िता के साथ क्या हुआ। उसके परिवार को लगातार धमकी मिली और बाद में पीड़िता को जलाकर मार डाला गया।
उन्होंने कहा कि रोजाना महिलाओं और बच्चियों से बलात्कार हो रहा है। वे घर से निकलने से डरने लगी हैं। कोई उनकी रक्षा करने वाला नहीं है। प्रदेश के मजदूरों और कर्मचारियों के हालात देखिये। सरकार ने शिक्षामित्रों को नौकरी से निकाला और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोगों को दाखिल किया। अगर हमने ऐसी सरकार के खिलाफ आवाज न उठायी तो समझिये हम अपने कर्तव्य का पालन नहीं कर रहे हैं।
प्रियंका ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश देते हुए कहा, ''जहां नौजवानों की ऊर्जा महत्वपूर्ण है, वहीं बुजुर्गों का अनुभव भी महत्वपूर्ण है। मैंने हर जिले के नये अध्यक्ष और महासचिव से कहा है कि सबसे पहले आप बुजुर्गों के पास जाइये। उनके अनुभव से सीखिये, उसके बाद नौजवानों को जोड़िये। हमारा मकसद है कि जिस तरह महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू और सरदार पटेल ने जनता को एकजुट किया और उसकी आवाज उठायी। उसी तरह से हम भी उत्तर प्रदेश की जनता को एकजुट कर उनकी आवाज उठायें और उनके संघर्ष में शामिल हों।”
उन्होंने कार्यकर्ताओं को हिदायत देते हुए कहा ''जब तक आप जनता से सम्पर्क नहीं रखेंगे, घर-घर नहीं जाएंगे, लोगों का दुख-दर्द और समस्याएं नहीं जानेंगे, उनका समाधान नहीं करेंगे तब तक न तो आप आगे बढ़ पाएंगे और न ही पार्टी आगे बढ़ेगी। आज किसान, मजदूर, छात्र और तमाम वर्ग परेशान हैं, हम उनके साथ खड़े होकर आवाज उठाएं। इस दौरान अहिंसा की विचारधारा से कतई न डिगें।''