लोकसभा चुनावों में करारी हार के बावजूद कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी है। कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को अब पूरे उत्तर प्रदेश का प्रभारी बना दिया है। इससे पहले प्रियंका को लोकसभा चुनावों से ठीक पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभार ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास था। लेकिन अब प्रियंका पूरे उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी संभालेंगी।
कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के गुना से पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के महासचिव पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद अब प्रियंका गांधी वाड्रा अकेले ही मिशन 2022 संभालेंगी। प्रियंका गांधी को प्रभारी बनाए जाने के बाद उत्तर प्रदेश के कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता उत्साहित हैं। पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का कहना है कि प्रदेश में एक प्रभारी होने से पार्टी को किसी भी तरह के फैसले लेने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा और इससे कांग्रेस को मजबूती मिलेगी।
इसी साल मिली थी जिम्मेदारी
लोकसभा में जीत की चाबी उत्तर प्रदेश में जीत से ही मिली है। ऐसे में यूपी फतह करने के उद्देश्य से कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने बहन प्रियंका गांधी को इसी साल की शुरुआत में राष्ट्रीय महासचिव का कार्यभार सौंपा था और साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश की भी जिम्मेदारी दी थी। वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। ऐसे में अब जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है तो कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को पूरे उत्तर प्रदेश की कमान सौंप दी है।
कांग्रेस में जान फूंकने की है जिम्मेदारी
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस करीब 30 साल से सत्ता से बाहर है। ऐसे में राज्य में पार्टी का संगठन ही काफी कमजोर हो चुका है। हद तो इस बार तब हुई जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी परंपरागत सीट अमेठी ही हार गए। इसे देखते हुए प्रियंका गांधी को अब पार्टी संगठन में जान फूंकनी होगी, तभी 2022 में वह यूपी के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को टक्कर दे पाएगी।