नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान’ की शुरुआत करेंगे जो रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए स्थानीय उद्यम को बढ़ावा देने तथा औद्योगिक संगठनों के साथ साझेदारी करने पर केंद्रित है। यहां जारी एक आधकारिक बयान के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र और राज्य सरकार के कार्यक्रमों को आपस में जोड़ने के लिए ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान’ की परिकल्पना की है जिसमें उद्योगों तथा अन्य संगठनों के साथ भी साझेदारी की जाएगी।
इसमें कहा गया, ‘‘अभियान पूरी तरह रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए स्थानीय उद्यम को बढ़ावा देने और औद्योगिक संगठनों तथा अन्य संगठनों के साथ साझेदारी करने पर केंद्रित है।’’ बयान में उल्लेख किया गया है कि कोविड-19 महामारी का श्रमबल, खासकर प्रवासी मजदूरों पर प्रतिकूल असर पड़ा है।
इसमें कहा गया कि कोविड-19 से उत्पन्न आर्थिक चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए प्रवासी और ग्रामीण मजदूरों को आधारभूत सुविधाएं तथा आजीविका के अवसर उपलब्ध कराए जाने की आवश्यकता है। आधिकारिक बयान में कहा गया कि लगभग 30 लाख प्रवासी मजदूर उत्तर प्रदेश में अपने घरों को लौटे हैं।
राज्य के 31 जिलों में ही 25 हजार से अधिक प्रवासी मजदूर लौटे हैं। मोदी शुक्रवार की सुबह योजना की डिजिटल शुरुआत करेंगे। इस दौरान वह उत्तर प्रदेश के छह जिलों के ग्रामीणों से भी बात करेंगे। राज्य के सभी जिलों के गांव सहज सेवा केंद्रों और कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल लेंगे।