प्रयागराज (उत्तर प्रदेश): जिले के कीडगंज थाना अंतर्गत मनकामेश्वर मंदिर के पास सोमवार को यमुना नदी में नाव पलटने से तीन महिलाओं की मौत हो गई जबकि पांच लोग लापता हो गये। छह लोगों को बचा लिया गया है। नाव में कुल 14 लोग सवार थे। जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नितिन तिवारी ने बताया कि प्रथमदृष्टया शाम करीब साढ़े छह बजे की यह घटना बताई जा रही है और पुलिस को सात बजे सूचित किया गया। नाव में कुल 14 लोग सवार थे। उन्होंने बताया कि छह लोगों को बचा लिया गया है, जबकि तीन लोगों की मौत हो गई है।
उन्होंने बताया कि पांच लोग अब भी लापता हैं जिन्हें जल पुलिस के गोताखोर तलाश रहे हैं। ये लोग महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। ये 12 लोग थे और दो अन्य लोगों में नाविक और स्थानीय पंडा शामिल थे। तिवारी ने बताया कि जीवित बचे लोगों में एक महिला और पंडा ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि संभवतः नाव में छेद हो गया था जिससे नाव में पानी भर गया। ये सभी लोग अस्थि विसर्जन के लिए आए थे और अस्थि विसर्जन करने के बाद वापस लौट रहे थे। घटनास्थल पर मौजूद क्षेत्राधिकारी सुकीर्ति माधव ने बताया कि मृतकों में राधा बाई, लक्ष्मी बाई और बाघा बाई शामिल हैं जिनकी उम्र 55 से 60 वर्ष के बीच है। ये तीनों महाराष्ट्र के परमड़ी जिले की रहने वाली थीं। गंभीर हालत में इन्हें बाहर निकाला गया और अस्पताल ले जाया गया जहां इनकी मौत हो गई।
माधव ने बताया कि वाराणसी से एनडीआरएफ की टीम भी आ रही है जो रात्रि में लापता लोगों की तलाश का अभियान चलाएगी।इस बीच प्रयागराज की इस घटना पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य किए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने इस नाव दुर्घटना में लापता लोगों की तलाश और बचाव के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को लगाए जाने के भी निर्देश दिए हैं।