लखनऊ. उत्तर प्रदेश प्रशासन ने प्रतापगढ़ जिले के विकास खंड सांगीपुर के सभागार मे शनिवार को आयोजित गरीब कल्याण मेले में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थकों के बीच हुई मारपीट के मामले में क्षेत्राधिकारी (पुलिस उपाधीक्षक) लालगंज जगमाोहन सिंह को निलंबित कर दिया है। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से इसकी पुष्टि की। अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने क्षेत्राधिकारी का निलंबन आदेश जारी किया है।
अवस्थी ने घटना के संदर्भ में पुलिस के उच्चाधिकारियों द्वारा भेजी गई रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए शनिवार देर रात यह कार्रवाई की है। शासनादेश के अनुसार अपर पुलिस महानिदेशक (प्रशासन) की रिपोर्ट में कहा गया है कि लालगंज के क्षेत्राधिकारी जगमोहन सिंह ने कार्यक्रम स्थल पर अलग-अलग राजनीतिक दलों के लोगों के एक साथ मंच पर उपस्थित होने का पूर्वानुमान नहीं किया और पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था नहीं की जिससे वहां शांति व्यवस्था को लेकर गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई।
अवस्थी ने अपने आदेश में लिखा है कि रिपोर्ट से स्पष्ट है कि क्षेत्राधिकारी ने शासकीय कर्तव्यों में लापरवाही, अकर्मण्यता और अदूरदर्शिता का परिचय दिया है। उनके इस कृत्य से सरकार और विभाग की छवि धूमिल हुई है इसलिए तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित करते हुए उनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई शुरू की जाती है।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को आयोजित गरीब कल्याण मेले में कांग्रेस और भाजपा समर्थकों के बीच हुई मारपीट में दोनों पक्ष के लोग मामूली रूप से घायल हुए हैं, वहीं प्रतापगढ़ के सांसद संगमलाल गुप्ता ने कांग्रेस समर्थकों पर मारपीट का आरोप लगाया है। पुलिस के मुताबिक थाना कोतवाली लालगंज पुलिस ने शनिवार को गुप्ता की शिकायत के आधार पर कांग्रेस नेता तिवारी और उनकी बेटी अराधना मिश्रा उर्फ मोना सहित 27 लोगों व 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।