आगरा. उत्तर प्रदेश के आगरा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस ने जलती चिता से एक शव को अपने कब्जे में ले लिया। आगरा स्थित बल्केश्वर घाट पर मंगलवार की सुबह अंतिम संस्कार के दौरान पहुंची पुलिस ने जलती चिता पर पानी डालकर दवा व्यापारी के शव को अपने कब्जे में ले लिया। दरअसल व्यापारी ने बाजार में 50 लाख से ज्यादा की रकम डूबने पर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। सोशल मीडिया पर वायरल दवा व्यापारी के कथित सुसाइड नोट में बकाया रकम का ब्योरा दिया गया है।
कमलानगर पुलिस थाने के निरीक्षक नरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब सात बजे पुलिस को सूचना मिली कि दवा व्यापारी रविकांत गुप्ता की संदिग्ध हालत में मौत हो गयी है और परिजन उनका अंतिम संस्कार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सूचना पर बल्केश्वर श्मशानघाट पहुंची पुलिस ने व्यापारी का शव चिता से निकलवाकर उसे अपने कब्जे में लिया। हालांकि, परिजनों ने किसी भी तरह की पुलिस कार्रवाई से इंकार किया है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मृतक रविकांत पहले गुजरात के राजकोट में रहते थे, वो एक-डेढ़ वर्ष पहले ही आगरा लौटे थे, कोरोना की वजह से काम धंधा भी ठीक नहीं चल रहा था। सोमवार को दोपहर में वो घर से निकले लेकिन शाम तक वापस नहीं लौटे, जिसके बाद उनकी पत्नी चंचल ने उन्हें फोन किया। फोन किसी राहगीर ने उठाया और बताया कि जिसका फोन है, वो बल्केश्वर घाट पर बेहोश पड़ा है और मुंह से झाग निकल रहा है। इसके बाद परिवार वाले वहां पहुंचे और रविकांत को अस्पताल में भर्ती करवाया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि अभी तक परिजनों ने किसी के खिलाफ कोई तहरीर नहीं दी है।