लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में कोरोना वायरस को देखते हुए पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ ने वहां की जनता के लिए एडवाइंजरी जारी की है। इसमें उन्होनें कहा है कि जबतक कोई इमरजेन्सी न हो अनावश्यक रुप से न निकलें। इस समय एसेंशियल सर्विस देने वाले तथा एसेंशियल सर्विस के विभागीय कर्मियों को पास निर्गत किए जाएंगे। उन्होनें आगे कहा कि ऑफिस स्टाफ एक बार टाइमिंग पर पहुंच जाये तो बाहर नही निकलेगें ड्युटी समाप्ति के उपरान्त बाहर निकलकर सीधे अपने घऱ जायेगा अनावश्यक कही नही जायेगा।
पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ ने कहा कि एक मोटर साइकिल पर दो लोग नही चलेगें सम्पूर्ण कागजात, विभागीय आईडी, ड्युटी पास, साथ रखेगें यदि ऐसे कागजात नही पाये गये तो कठोरतम कार्यवाही की जायेगी। पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ ने कहा कि आपात कालीन चिकित्सीय सुविधा में निकलने वाला व्यक्ति मेडिकल कागजात स्वयं अपने पास रखेगे और पूछे जाने पर दिखायेगें। उन्होनें कहा कि यदि कोई अनावश्यक रुप से घूमता पाया गया तो लाकडाउन उल्लघन में गाडियां सीजकर मुकदमा पंजीकृत होगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता से अपील करते हुए कहा कि कोविड-19 के मद्देनजर वे खुद को बचाएं और अपने परिवार को बचाएं। यह लड़ाई पूरे देश की लड़ाई है। मुख्यमंत्री योगी ने बयान जारी कर जनता से सहयोग मांगते हुए कहा, "प्रदेश में अब तक कोरोनो वायरस के कुल 31 मामले सामने आए हैं, जिनमें 11 ठीक हो गए हैं। उत्तर प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है। सोमवार को कोई मामला सामने नहीं आया। कोरोना संक्रमण वाली एक बीमारी है। इसे रोकने के लिए लॉकडाउन किया गया है।"
उन्होंने आगे कहा, "मेरी जनता से अपील है कि यह लड़ाई पूरे देश की लड़ाई है। इसलिए सावधानी आवश्यक है।"
मुख्यमंत्री ने कहा, "मैं खुद पूरे प्रदेश में सभी गतिविधियों पर नजर रख रहा हूं। मेरी जनता से अपील है कि कोरोनावायरस को लेकर सावधानी बरतें। हमारे पास जांच की पूरी व्यवस्था है। जिन 16 जिलों को लॉकडाउन किया है, वहां बाहर से आने वालों की संख्या ज्यादा है। इसलिए इन शहरों को सैनिटाइज किया जा रहा है।"
उन्होंने कहा, "सभी के सहयोग से ही इस वैश्विक बीमारी को परास्त किया जा सकता है।"
मुख्यमंत्री योगी ने आगे कहा, "इसी के मद्देनजर हमने 25 मार्च तक सभी बस सेवाओं को बंद कर दिया है। जो भी संदिग्ध हैं या फिर विदेश से आएं हैं, उन्हें घर में एकांतवास में रखने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम कार्य कर रही है।"
योगी ने कहा कि जनता की सहायता के लिए 112 की पीआरवी (पुलिस रिस्पांस व्हेकिल) भी सक्रिय रहेगी। प्रदेश में 112 के करीब तीन हजार चौपहिया वाहन व लगभग दो हजार दोपहिया वाहन सुरक्षा-व्यवस्था की ड्यूटी में लगे हैं।
पीआरवी अब सुरक्षा-व्यवस्था के साथ-साथ लोगों के बीच आवश्यक सामग्री पहुंचाने और इमरजेंसी में किसी परिवार की पूरी मदद के लिए भी मुस्तैद रहेंगी।