नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कृषि कुंभ-2018 का शुभारंभ किया। 26 से 28 अक्तूबर तक लखनऊ में चलने वाले इस आयोजन का शुभारंभ पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि यहां आने वाले हर किसान को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा, 'इस कुंभ मेले से कृषि भावना को बढ़ने में मदद मिलेगी। जो भी किसान यहां आएगा, वह लाभान्वित होगा।' उत्तर भारत में छाए पराली संकट पर पीएम मोदी ने कहा, 'खेत के अंदर कोई भी चीज निकम्मी नहीं होती। खेत की हर चीज सोना होती है। कचरे को भी कंचन बनाया जा सकता है। किसान जौहरी की तरह उसका उपयोग कर ले तो उसकी एक भी चीज बेकार नहीं जाएगी। सरकार अभी पराली जलाने से रोकने के लिए किसानों को मशीनों के लिए 50 से 80 प्रतिशत तक की छूट दे रही है। हमें तकनीक आधारित ऐसे ठोस उपयोगों की ओर बढ़ना होगा जिससे किसानों के सामने पराली जलाने की मजबूरी खत्म हो जाए और पर्यावरण की भी रक्षा हो।'
कृषि कुंभ में करीब 200 कंपनियों के शामिल होने की उम्मीद है। जानडियर, लैंडफोर्स, दशमेश, शक्तिमान, एस्कॉर्ट्स, सोनालिका, महिंद्रा एंड महिंद्रा, वीएसटी टिलर, बेरी उद्योग, टैफे सहित कई कंपनियां उन्नत कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी लगाएंगी। कृषि के अलावा उद्यान, सिंचाई, रेशम, पशुपालन, मत्स्य, सहित कई सरकारी महकमे भी इसमें अपनी प्रदर्शनी लगाएंगे।
किसानों को औद्यानिक फसलों, मत्स्य पालन, पशुपालन सहित अन्य तरीकों से आय दोगुनी करने के तरीके बताए जाएंगे। वहीं आधुनिक तकनीक की भी जानकारी मिलेगी। इसके अलावा इजरायल और जापान के विशेषज्ञ और अधिकारी इसमें शामिल होंगे। दोनों देशों से कृषि तकनीक से जुड़े कुछ समझौते भी होने की उम्मीद है।