लखनऊ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में 75 ज़िलों के 75,000 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी (पीएमएवाई-यू) के तहत निर्मित घरों की चाबियां डिजिटली सौंपीं। इस दौरान उन्होंने स्मार्ट सिटी मिशन और अमृत मिशन में 4,737 करोड़ रुपये की लागत की कुल 75 परियोजनाओं का डिजिटली लोकार्पण व शिलान्यास किया।
कार्यक्रम में आए लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी होती है कि देश में पीएम आवास योजना के तहत जो घर दिए जा रहे हैं, उनमें 80% से ज़्यादा घरों पर मालिकाना हक महिलाओं का है या फिर वो ज्वाइंट ओनर हैं। उन्होंने कहा कि भारत आज पीएम आवास योजना के तहत जितने पक्के घर बना रहा है वो दुनिया के अनेक देशों की कुल आबादी से भी अधिक हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 से पहले जो सरकार थी उसने देश में शहरी आवास योजनाओं के तहत सिर्फ 13 लाख मकान ही मंजूर किए थे, इसमें भी सिर्फ 8 लाख मकान ही बनाए गए। उन्होंने आगे कहा कि 2014 के बाद से हमारी सरकार ने पीएम आवास योजना के तहत शहरों में 1 करोड़ 13 लाख से ज्यादा घरों के निर्माण की मंजूरी दी है। इसमें से 50 लाख से ज़्यादा घर बनाकर गरीबों को सौंपे भी जा चुके हैं।
विपक्षी पार्टी के नेताओं पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा, "हमारे यहां कुछ महानुभाव कहते हैं कि मोदी ने क्या किया? आज पहली बार मैं ऐसी बात बताना चाहता हूं जिसके बाद बड़े-बड़े विरोधी, जो दिन रात हमारा विरोध करने में ही अपनी ऊर्जा खपाते हैं, वो मेरा ये भाषण सुनने के बाद टूट पड़ेंगे। मेरे जो साथी झुग्गी-झोपड़ी में जिंदगी जीते थे, उनकी पास पक्की छत नहीं थी, ऐसे तीन करोड़ परिवारों को लखपति बनने का अवसर मिला है। PMAY के तहत देश में जो करीब-करीब 3 करोड़ घर बने हैं, आप उनकी कीमत का अंदाजा लगाइए। ये लोग अब लखपति हैं।"