फूलपुर: उत्तर प्रदेश की दो लोकसभी सीटों गोरखपुर और फूलपुर के लिए 11 मार्च को मतदान होने हैं। इन दोनों सीटों पर पूरे राज्य समेत पूरे देश की नजर रहेगी। जानकार इसे राज्य की योगी सरकार के 13 महीनों के शासन की पहली चुनावी परीक्षा मान रहे हैं। सभी पार्टियों ने इन उपचुनाम में पूरी ताकत झोंक दी है। शुक्रवार शाम पांच बजे से प्रचार समाप्त हो चुका है। अब मतदाता रविवार को अपने मत देंगे।
जहां गोरखपुर लोकसभा सीट सीएम योगी के इस्तीफे के बाद खाली हुई है तो वहीं फूलपुर लोकसभा सीट डिप्टी सीएम बने कैशव मौर्य के इस्तीफे के बाद खाली हुई है। इन दोनों ही सीटों पर भाजपा, सपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला होने की संभावना है। बसपा ने उपचुनाव में प्रत्याशी नहीं खड़े किये हैं। फूलपुर लोकसभी सीट की बात करें तो प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाला नेहरू यहां से चुनकर लोकसभा जा चुके हैं। पिछले आम चुनाव में यहां की जनता ने कमल के फूल पर मोहर लगाकर भाजपा प्रत्याशी केशव प्रसाद मौर्य को संसद पहुंचाया था।
इन उपचुनाव के प्रचार कार्य में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने ताबड़तोड़ रैलियां कर मतदाताओं को अपनी पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में वोट डालने की अपील की। केशव मौर्य ने दावा किया कि गोरखपुर और फूलपुर में कमल खिलेगा। दोनों ही सीटों पर भाजपा का जीत का अंतर सुधरेगा। उन्होंने दावा किया कि जहां तक वोट हिस्सेदारी की बात है तो 60 फीसदी हमारे वोट हैं जबकि बाकी बंटे तो अन्य में बंटेंगे। इन दोनों सीटों पर आगामी 11 मार्च को मतदान होगा, जबकि परिणामों की घोषणा 14 मार्च को की जाएगी।