ग्रेटर नोएडा. हमेशा सभी के साथ अच्छा करते चलो, ईश्वर आपके साथ भी अच्छा ही करेगा... अपने घर के बड़े बुजुर्गों के मुंह से ये बात अपने कई बार सुनी होगी, जिसका अनुसरण अपनी निजी जिंदगी में ज्यादातर लोग करने की कोशिश भी करते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है देश की राजधानी नई दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जिले से, जहां एक 'कुत्ते ने परिवार के ऊपर से आने वाला संकट टाल दिया।
दरअसल ग्रेटर नोएडा के सेक्टर ओमेगा-1 की ग्रीनवुड सोसायटी में स्थित एक मकान में रविवार को आग लग गई थी, जिसकी वजह से यहां रह रहे परिवार पर संकट आने वाला था, लेकिन परिवार के साथ रह रहे उनके तीन साल के कुत्ते ब्रावो की सजगता की वजह से यह खतरा टल गया। 38 वर्षीय शेष सारंगधर ग्रीनवुड सोसायटी के उस मकान में अपनी गर्भवती पत्नी के साथ रहते हैं, जहां रविवार को आग लगी थी। उन्होंने बताया, "मैं ब्रावो के लगातार भौंकने की वजह से खीज रहा था, वो लगातार हमारे कमरे पर पंजा मार रहा था। जा मैनें दरवाजा खोला तो देखा कि पूरा घर धुएं से भरा हुआ है।''
इसके बाद शेष सारंगघर ने देखा कि धुआं नीच रसोई से ऊपर की तरफ आ रहा है। जब वो रसोई में पहुंचे तो देखा कि स्टोव और वहां मौजदू लकड़ी के सामान में आग लगी हुई है। उन्होंने कहा, "इतना धुआं था कि मुझे कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। मैंने बाल्टियों से पानी भरकर आग पर डालना शुरू कर दिया।" उन्होंने कहा कि अगर ब्रावो हमें नहीं उठाता तो हो सकता है आग पूरे घर में फैल जाती और हमें भी नुकसान पहुंचता।
ऐसे घर का सदस्य बना ब्रावो
शेष ने इंडिया टीवी से बातचीत में बताया कि पहले वो सेक्टर 119 में रहता थे, जहां काफी आवारा कुत्ते थे। इन कुत्तों की स्थिति काफी दयनीय थी, फिर उन्होंने इन कुत्तों की देखभाल करना शुरू किया और खाना देना शुरू किया। हालांकि जब वो इस इलाके से ग्रेटर नोएडा शिफ्ट हुए तो उन्हें इन आवारा कुत्तों की चिंता हुई। तब शेष ने तय किया कि वो कुछ कुत्तों को adopt करेंगे।शेष के साथ इस नेक काम में उनके दोस्तों ने भी हाथ आगे बढ़ाया। कुछ कुत्तों को शेष के दोस्तों ने adopt किया और शेष अपने साथ चार कुत्तों को ले आए। ब्रावो, उन्हीं कुत्तों में से एक है। रविवार को जब रसोई में आग लगी, उस समय शेष अपनी घर की छत पर सुस्ता रहे थे, उनकी आंख भी लग गई थी, लेकिन ब्रावो की मुस्तैदी से उनके ऊपर आने वाला संकट टल गया।