लखनऊ: कोरोना वायरस से उपजे हालात को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार आगामी पंचायत चुनावों को टालने का फैसला कर सकती है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, पंचायत चुनाव को आगे बढ़कार साल 2021 में कराए जाने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि इसे लेकर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। शासन के एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना के चलते सरकार की तैयारी अभी पूरी नहीं हो पाई है, इसलिए चुनाव टल सकते हैं। बता दें कि उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनावों की डेडलाइन 25 दिसंबर 2020 है।
‘चुनाव के लिए तैयारी नहीं हो पाई है’
प्रदेश के पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र चौधरी ने बताया कि कोरोना काल में चुनाव की जैसी तैयारी होनी चाहिए, वैसी हो नहीं पाई है। मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए पूरी सरकार कोरोना के संकट से निपटने में लगी है। चुनाव की तैयारी अभी हो नहीं पाई है। उन्होंने कहा, ‘अभी इसे कराने के लिए हमें कम से कम 6 माह का समय चाहिए। स्थितियां सामान्य होने पर देखा जाएगा।’ वहीं, शासन के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार इस मामले को लेकर गंभीरता से विचार कर रही है। जल्द ही सरकार की ओर निर्णय लिया जाएगा। चूंकि कोरोना के कारण सरकार की अभी तैयारी नहीं हो पाई है, इसी कारण इसे टाले जाने की प्रबल संभावनाएं हैं।
सरकार के लिए अभी चुनाव करा पाना मुश्किल
गौरतलब है कि 25 मार्च से लॉकडाउन के बाद करीब दो माह सभी कामकाज ठप रहे। वहीं, कोरोना वायरस का संक्रमण बाकी देश की तरह यूपी में अभी भी कायम है और शासन सभी जिलों में कोरोना का संक्रमण रोकने में लगा है। इसमें पंचायती राज विभाग भी शामिल है। इस कारण न तो वोटर लिस्ट का पुनरीक्षण हो पाया और न ही पंचायतों को परिसीमन प्रक्रिया हो पाई है। कई पंचायतें नगर-निगम का हिस्सा हो गई है। ऐसे में सरकार के लिए अभी चुनाव करा पाना मुश्किल दिख रहा है। (IANS)