लखनऊ: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती के सहारनपुर जिले में शब्बीरपुर के दौरे के बाद में फिर हिंसा भड़क उठी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए। वह क्षेत्र में पिछले दिनों हुई हिंसक घटनाओं की के बाद पीड़ितों से मिलने यहां आई थीं। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए चार वरिष्ठ अधिकारियों को शीघ्र मौके पर रवाना करने का निर्देश दिया। (ये भी पढ़ें: सर्जिकल स्ट्राइक पार्ट-2, देखिए कैसे 30 सेकेंड में सेना ने की पाकिस्तानी पोस्ट तबाह)
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि चार वरिष्ठ अधिकारियों के दल को शीघ्र ही सहारनपुर पहुंचने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये अधिकारी शांति बहाली सुनिश्चित करेंगे। प्रवक्ता ने बताया कि दल में गृह सचिव मणि प्रसाद मिश्रा, अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था आदित्य मिश्रा, महानिरीक्षक एसटीएफ अमिताभ यश और डीजी सुरक्षा विजय भूषण शामिल हैं। योगी ने घटना में मृत युवक के प्रति शोक संवेदना प्रकट की और कहा कि दोषियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी । इस संबंध में जो लापरवाही हुई है, उसे लेकर संबंधित अधिकारियों को दंडित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने धैर्य और संयम बनाये रखने के साथ साथ विपक्षी दलों सहित सभी से शांति बहाली में सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि सरकार सबकी है। जाति पंथ मजहब के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा। प्रदेश के उर्जा मंत्री एवं सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि यह अपेक्षा थी कि सहारनपुर में आज पूर्व मुख्यमंत्री के जाने से शांति बहाली में सहयोग मिलेगा लेकिन ऐसा ना होना दुखद है। उन्होंने कहा कि सहारनपुर में शांति और सद्भाव का वातावरण बन चुका था लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री के पहुंचने पर तनाव और अशांति का माहौल बना और दुर्भाग्यपूर्ण घटना हो गयी जिसमें निर्दोष युवक मारा गया।
शर्मा ने कहा कि नयी सरकार की उपलब्धियों से भरे दो महीने के कार्यकाल को विपक्षी पचा नहीं पा रहे हैं। करारी हार से निराश विपक्ष षडयंत्रकारी गतिविधियों में लग गया है। लेकिन सरकार विपक्ष के इस प्रकार के षडयंत्रों एवं नापाक मंसूबों को कामयाब नहीं होने देगी और जल्द ही ऐसे षडयंत्रकारियों को बेनकाब करेगी।
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