लखनऊ। 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले उत्तर प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) और आम आदमी पार्टी की एंट्री के बाद गुरुवार को लखनऊ में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओपी राजभर ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच करीब 1 घंटे तक मुलाकात चली।
गौरतलब है कि ओवैसी के मिलने के बाद ओम प्रकाश राजभर के शिवपाल से मिलने के कई सियासी समीकरण निकाले जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि भागीदारी संकल मोर्चे में शिवपाल को हिस्सा बनाने के लिए ओमप्रकाश राजभर ने ये मुलाकात की है, पहले भी राजभर और शिवपाल कई बार मुलाकात कर चुके हैं।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव 21 दिसंबर को मेरठ के सिवाल खास विधानसभा क्षेत्र में रैली करेंगे। इसके बाद 23 दिसंबर को इटावा के हैवरा ब्लॉक में चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस पर एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इसके बाद 24 दिसंबर से गांव-गांव की पदयात्रा में शामिल होंगे, जो कि अगले छह महीने तक चलेगी।
सीएम केजरीवाल भी यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में ठोकेंगे ताल
आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ऐलान किया है कि उनकी पार्टी 2022 में उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव लड़ेगी। केजरीवाल ने सवाल किया कि अगर दिल्ली में सुविधाएं तैयार की जा सकती हैं, तो यूपी में ऐसा क्यों नहीं हो सकता है। उधर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार में मिली सफलता के बाद अब उत्तर प्रदेश पर नजरें टिका दी हैं।
ओवैसी यूपी में छोटे दलों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ सकते हैं
ओवैसी ने यूपी में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरू कर दी हैं। इसी कड़ी में बीते बुधवार को उन्होंने सुहेलदेव राष्ट्रीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर से मुलाकात की। राजभर के साथ मुलाकात के बाद मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए। यूपी चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के बारे में सवाल पर ओवैसी ने कहा, 'अभी हम दोनों आपके सामने बैठे हुए हैं। हम राजभर जी की लीडरशिप में साथ खड़े हैं और काम करेंगे।' ओवैसी यूपी में छोटे दलों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ सकते हैं। राजभर के साथ मुलाकात से पहले प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी ओवैसी के साथ मिलकर लड़ने का संकेत दे चुके हैं। शिवपाल कह चुके हैं कि जितनी भी धर्मनिरपेक्ष पार्टियां हैं, हम उन सभी पार्टियों से बात करेंगे।