लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बर्फीली हवा, कड़ाके की सर्दी के रूप में सितम ढा रही है। सूबे के ज्यादातर स्थानों पर बदली के कारण खिली धूप नहीं निकलने से गलन बरकरार है और कई हिस्से प्रचंड शीतलहर की चपेट में हैं।
आंचलिक मौसम केन्द्र के निदेशक जे.पी. गुप्ता ने आज बताया कि उत्तराखण्ड में हाल में बर्फबारी के बाद चल रही उत्तरी-पश्चिमी सर्द हवा के कारण भी खासी ठंड महसूस की जा रही है। साथ ही मैदानी इलाकों में भी दिन का तापमान कम होने से शीत प्रचंड हो गयी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अभी कुछ दिनों तक सुबह-शाम कोहरा पड़ेगा, लेकिन धीरे-धीरे इससे राहत मिलेगी। अभी चूंकि बदली और धुंध के कारण ठीक से धूप नहीं निकल पा रही है, और बर्फीली हवा भी चल रही है, इसलिये ठंड बढ़ी है। जैसे-जैसे कोहरे का असर कम होगा, वैसे-वैसे खिली धूप निकलने लगेगी, जिससे गलन से राहत मिलेगी।
पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के विभिन्न मण्डलों में दिन का तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान में भी मामूली उतार-चढ़ाव रिकॉर्ड किया गया। सूबे के अनेक हिस्से शीतलहर की चपेट में हैं। अगले 24 घंटे के दौरान भी राज्य के ज्यादातर स्थानों पर गलन और ठिठुरन भरी सर्दी पड़ने तथा कुछ जगहों पर शीतलहर चलने का अनुमान है।
कड़ाके की सर्दी और कोहरे से रेलगाड़ियों तथा बसों के संचालन पर बुरा असर पड़ा है। कोहरे की वजह से दर्जनों ट्रेनें अपने निर्धारित समय से कई घंटे विलम्ब से चल रही हैं। ज्यादातर स्थानों पर अपनी-अपनी रेलगाड़ियों और बसों के इंतजार में यात्री कड़ाके की सर्दी में स्टेशन पर ठिठुरने को मजबूर हैं। हांड़ कंपा देने वाली ठंड से बेहाल गरीबों को रैनबसेरों और अलाव का ही सहारा है।