नोएडा। नोएडा में एक बार फिर शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां बीती रात 8 महीने की गर्भवती महिला ने इलाज के अभाव में एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया। दरअसल, नोएडा खोड़ा की रहने वाली 30 साल की महिला 8 महीने की गर्भवती थी और उसकी जान इसलिए चली गई क्योंकि किसी भी अस्पताल ने उसे भर्ती नहीं किया। मृतक के पति का आरोप है कि वो अपनी गर्भवती पत्नी को दिखाने के लिए रातभर एंबुलेंस में लेकर भटकता रहा पर किसी भी अस्पताल ने भर्ती नहीं किया।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि 13 घंटे तक लेबर पेन से कराह रही महिला को एक हॉस्पिटल से दूसरे हॉस्पिटल लेकर भागते रहे लेकिन सभी हॉस्पिटल ने बेड न होने का हवाला देकर एडमिट नहीं किया और आखिरकार महिला ने हॉस्पिटल के बाहर एम्बुलेंस में ही दम तोड़ दिया। नोएडा खोड़ा की रहने वाली 30 साल की महिला 8 महीने की गर्भवती थी। महिला के जेठ शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि उसे शनिवार सुबह 6 बजे लेबर पेन शुरू हुआ तो सबसे पहले ईएसआई हॉस्पिटल लेकर गए ,वहां से अम्बेडकर हॉस्पिटल सेक्टर 30 वहां से निजी हॉस्पिटल शिवालिक उसके बाद gims फिर फोर्टिस उसके बाद हॉस्पिटल वैशाली लेकर पहुंचे लेकिन किसी भी हॉस्पिटल ने महिला को भर्ती नहीं किया। सभी ने बेड न होने का हवाला देते हुए भर्ती लेने से इनकार कर दिया। दुबारा परिवार के लोग gims लेकर पहुंचे लेकिन महिला ने रास्ते में ही दम तोड़ा तोड़ दिया। नोएडा में इससे पहले भी इलाज न मिलने से एक नवजात बच्चे की मौत हो गयी थी ।
वहीं, नोएडा डीएम सुहास एल वाई ने गर्भवती महिला की मौत के मामले में जांच के आदेश दिए हैं। अपर जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को जांच सौंपी गई है। डीएम ने तत्काल जांच कर कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। बताया जा रहा है कि सांस की दिक्कत की वजह से किसी भी हॉस्पिटल ने महिला को एडमिट नहीं किया।