नोएडा: नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) की बोर्ड बैठक में अहम फैसला लेते हुए यह तय किया गया कि एक्वा लाइन मेट्रो का उपयोग करने वाले यात्रियों के लिए फीडर बसें चलाई जाएंगी। एनएमआरसी नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच 29.9 किलोमीटर लंबी एक्वा लाइन का संचालन करता है।
एनएमआरसी की प्रबंध निदेशक ऋतु महेश्वरी ने कहा, "बोर्ड ने फैसला लिया है कि मेट्रो की सेवा का उपयोग करने वाले यात्रियों को अच्छी बस सेवा मुहैया करवाई जाए। इसके लिए मेट्रो स्टेशनों और शहर के सेक्टरों के बीच बस रूट बनाए जाएंगे। इस बस सेवा में छोटी बसों का उपयोग किया जाएगा।यह बस सेवा सुबह मेट्रो सेवाएं शुरू होने से लेकर देर रात आखिरी फेरे तक उपलब्ध करवाई जाएगी।"
महेश्वरी ने बताया कि उन्होंने वित्त प्रबंध निदेशक का पद सृजित करने का प्रस्ताव रखा जिसे बोर्ड ने स्वीकार कर लिया। उन्होंने बताया कि बोर्ड बैठक में सबसे महत्वपूर्ण फैसला ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो परियोजना को लेकर किया गया है। उन्होंने बताया कि नोएडा के सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा वेस्ट में नॉलेज पार्क-5 तक मेट्रो ले जाने की परियोजना पर काम चल रहा है। इसकी डिटेल प्रोजेक्ट (डीपीआर) रिपोर्ट बन चुकी है।
डीपीआर को एनएमआरसी बोर्ड और उत्तर प्रदेश सरकार की मंजूरी मिल चुकी है और अंतिम मंजूरी के लिए केंद्र सरकार को भेजी गई है। माहेश्वरी ने बताया कि बोर्ड ने फैसला किया है कि हर हाल में नवंबर महीने के अंत तक डीपीआर पर केंद्र सरकार की मंजूरी ली जाए। इस परियोजना के लिए एनएमआरसी पहले ही वैश्विक निविदा जारी कर चुका है।
उन्होंने बताया कि दिल्ली से नोएडा आने वाली ब्लू लाइन मेट्रो और नोएडा से ग्रेटर नोएडा जाने वाली एक्वा लाइन मेट्रो अभी तक आपस में जुड़ी नहीं हैं।बोर्ड बैठक में सेक्टर-51 और सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन को आपस में जोड़ने का फैसला किया गया। इसके तौर तरीके पर अंतिम फैसला जल्द होगा।
इनपुट-भाषा