नई दिल्ली। ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल और उत्तर प्रदेश सरकार ने गौतम बुद्ध नगर 'नोएडा' के जेवर में बन रहे हवाई अड्डे को "नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट" के रूप में अंतिम रूप दिया है। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड एयरपोर्ट का निर्माण और संचालन करेगा।
कंपनी के अनुसारए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में नाम और लोगो को अंतिम रूप दिया गया है।यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, 'हम नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को जेवर में आने वाले हवाई अड्डे के लिए आधिकारिक ब्रांड नाम के रूप में अंतिम रूप देने हुए प्रसन्न हैं।' उन्होंने कहा, लोगो भारत के अग्रणी हवाई अड्डे के निर्माण का सच्चा प्रतिबिंब है, जो उत्तर प्रदेश के प्रतीक को ध्यान में रखते हुए दक्षता, प्रौद्योगिकी और एक टिकाऊ एवं पर्यावरण के अनुकूल बुनियादी ढांचे का एक समामेलन है।'
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि ‘नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा’ दुनिया के बेहतरीन हवाई अड्डों में एक होगा और उत्तर प्रदेश सरकार इसे विश्वस्तरीय बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। साथ ही योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यह हवाई अड्डा भारत का गौरव बनेगा और हम इसे एक वैश्विक ब्रांड के रूप में दुनिया के सामने पेश करेंगे।
एयरपोर्ट के निर्माण का ठेका ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी को दिया गया है। इसे इस साल मई में जेवर में नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को विकसित करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से सुरक्षा मंजूरी प्राप्त हुई थी। एयरपोर्ट का डिजाइन लंदन, मॉस्को और मिलान के विश्वप्रसिद्ध एयरपोर्ट की तर्ज पर तैयार किया जा रहा है। हवाई अड्डे में शुरुआत में दो रन-वे होंगे, जिसे बढ़ाकर पांच रन-वे तक किया जाएगा। नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की स्थापना के लिए आवश्यक 1334 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण की कार्यवाही गौतम बुद्ध नगर प्रशासन की ओर से की गई है। साथ ही पुनर्वास व विस्थापन के लिए 48.097 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है।