गोरखपुर। वैश्विक कोरोना वायरस महामारी के चलते उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में इस साल मोहर्रम का जुलूस नहीं निकलेगा। इमामबाडा इस्टेट के सज्जादानशीन अदनान फर्रूख अली शाह मियां साहब ने सोमवार को बताया कि सुरक्षा के मददेनजर यह फैसला किया गया है क्योंकि जुलूस के दौरान सामाजिक दूरी बनाये रखना बहुत मुश्किल है हालांकि फातिहा पढ़ा जाएगा और फातिहा में कितने लोग शामिल होंगे, इस बारे में हम प्रशासन के दिशानिर्देश का इंतजार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हर साल हजारों लोग मोहर्रम का जुलूस देखने के लिए सड़कों पर जमा होते हैं तथा शहर में कई जगह ताजिये की प्रतियोगिता भी होती है और इनाम बांटे जाते हैं। मुफ्ती अजहर शम्सी और मौलाना जहांगीर अहमद अजीजी जैसे कई मुस्लिम धर्मगुरूओं ने कहा है कि सड़कों पर बाहर निकलने की बजाय घरों में ही रहकर कर्बला के शहीदों की कुर्बानियों को याद करना बेहतर होगा क्योंकि भीड़ लगाने से कोरोना वायरस संक्रमण का बहुत खतरा है। धर्मगुरूओं ने सलाह दी कि लोग ताजिये पर पैसा खर्च करने की बजाय इस मौके पर गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करें।