लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई घटना से जुड़े पहलुओं पर सूबे के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने इंडिया टीवी से बातचीत की। कुमार ने कहा कि लखीमपुर खीरी में कानून व्यवस्था पूरी तरह नियंत्रण में है और घटना में दोषी पाए गए लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। आरोपियों की गिरफ्तारी न होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मामले की विवेचना चल रही है और जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
‘परिजनों की संतुष्टि के बाद हुआ शवों का अंतिम संस्कार’
एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) ने कहा, ‘3 सितंबर को दोपहर करीब 3 बजे जब यह घटना हुई तो तत्काल सबसे बड़ी चुनौती कानून व्यवस्था को बनाए रखने की थी। हम लोगों ने कानून-व्यवस्था को अभी तक पूरी तरीके से बनाए रखा है। परिजनों को विश्वास में लेते हुए उन्हें उनकी मांग के अनुसार आर्थिक सहायता दी गई, उनकी संतुष्टि की हिसाब से न्यायिक आयोग के गठन की घोषणा की गई और फिर शवों का पोस्टमॉर्टम कराया गया। मंगलवार को 3 शवों का अंतिम संस्कार हुआ, और एक परिवार को पोस्टमॉर्टम से संतुष्टि नहीं थी, ऐसे में शव का दोबारा पोस्टमॉर्टम हुआ और संतुष्टि के बाद परिजनों ने बुधवार को अंत्येष्टि कर दी।’
‘हमने 7 लोगों की एक स्पेशल टीम बनाई है’
कुमार ने कहा, ‘पुलिस ने 7 लोगों की एक टीम बनाई है जिसमें कुछ टेक्निकल एक्सपर्ट्स भी हैं। ये टीम सामने आ रहे वीडियो और ऑडियो का परीक्षण करेंगे। इसके अलावा हमने एक हेल्पलाइन नंबर और एक ईमेल आईडी जारी की है जिसपर कोई भी व्यक्ति सूचना साझा कर सकता है, उसका नाम गोपनीय रखा जाएगा। कुछ लोग किसी दूसरे जगह का वीडियो वगैरह लखीमपुर की घटना से जोड़कर साझा कर रहे हैं। इस बारे में हमने सचेत किया है यदि कोई जानबूझकर कोई वीडियो वगैरह अपलोड कर सामाजिक सद्भाव बिगाड़ना चाहता है तो हम कड़ी कार्रवाई करेंगे।’
‘पीड़ित पक्ष की शिकायत के आधार पर एफआईआर हुई है’
उन्होंने कहा, 'पहले तो लोग कह रहे थे कि एफआईआर नहीं हो रही है। पीड़ित पक्ष ने जो लिखकर दिया है, उसी हिसाब से धाराएं तय की गई हैं। विवेचना एक जटिल प्रक्रिया है और इसमें समय लगता है। विवेचक पूरी तरह से साक्ष्य संकलन के बाद ही आगे की कार्रवाई करता है। इस केस में साफ कर दिया गया है कि किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी। हम बहुत जल्द इस केस का पर्दाफाश करेंगे और दोषी अभियुक्तों को कोर्ट में पेश करेंगे और सजा दिलवाने की कार्रवाई करेंगे।'