लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को राहत भरी खबर आई। यहां कोरोना वायरस का कोई नया पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है। इसके साथ ही एक और राहत भरी खबर है कि यहां 10 और कोरोना वायरस के मरीज ठीक हुए, जिन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। लखनऊ के जिलाधिकारी (डीएम) अभिषेक प्रकाश ने यह जानकारी दी।
अभिषेक प्रकाश ने बताया कि अभी जिले में कुल मामलों की संख्या 248 ही है। इनमें से कुल 172 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। ऐसे में अगर देखा जाए तो कुल ठीक हुए मरीजों की संख्या कुल संक्रमण के पाए गए मामलों के मुकाबले करीब 70 फीसदी से ज्यादा है। हालांकि, जिले में कोरोना वायरस के एक मरीज की मौत हो चुकी है।
डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि फिलहाल जिले में कुल 75 एक्टिव केस हैं, जिनका अस्पतालों में इलाज जारी है। जिले में कुल 13 कंटेनमेंट जोन/हॉट स्पोट हैं। वहीं, आपको बता दें कि यहां कोरोना वायरस के खिलाफ देश की इस भीषण जंग में बड़े हथियार के तौर पर इस्तेमाल हो रहे सैनिटाइजर और मास्क की खरीद-फरोख्त में घपलेबाजी का मामला भी सामने आया है।
लखनऊ में मेयर संयुक्ता भाटिया ने लखनऊ के नगर आयुक्त को इस संबंध में पत्र लिखा है। मेयर संयुक्ता भाटिया ने अपने पत्र में लिखा कि 'नगर निगम के के कुछ कर्मचारी घपला कर रहे हैं, जिससे नगर निगम की छवि खराब हो रही है। ऐसे लोगों पर मामले की जांच कर कार्रवाई की जाए।'
पत्र में उन्होंने लिखा कि 'हॉटस्पॉट वाले इलाकों में 50ml सैनिटाइजर बांटने के लिए करीब 2 रुपये प्रति शीशी की दर से मिलने वाली 10 हजार खाली शीशियों को 10 रुपये प्रति शीशी के की दर से खरीदा गया है।'
भाटिया ने अपने पत्र में लिखा कि 'इसी प्रकार मास्क और अन्य उपकरणों में अनिमियत्ता की शिकायतें भी मिल रही हैं।' उन्होंने लिखा कि इस तरह की अनिमियत्ता किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं की जाएगी।