लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन की संभावना खत्म हो गई है। आज समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मुलाकात की। अखिलेश यादव ने कांग्रेस को 84 सीट ऑफर की जबकि कांग्रेस ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है।
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प्रशांत किशोर की तरफ से कांग्रेस की मांग रखे जानेपर अखिलेश ने कांग्रेस को 15 और सीट ऑफर किया। लेकिन कांग्रेस की मांग इससे ज्यादा सीटों पर लड़ने की थी। कांग्रेस 137 सीटों की मांग पर अड़ी थी जबकि समाजवादी पार्टी 99 सीट से ज्यादा देने को तैयार नहीं थी। अखिलेश का कहना था कि अब चुनाव काफी नजदीक आ चुका है ऐसे समय में उनके पास ज्यादा सीट देने की गुंजाइश नहीं है।
साजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने कहा कि गठबंधन करीब-करीब टूट ही गया। कांग्रेस इस तरह से जिद कर रही थी जैसे उत्तर प्रदेश में उनका सबसे ज्यादा प्रभाव है। उधर, दिल्ली में कांग्रेस की बैठक में यूपी विधानसभा के पहले और दूसरे दौर के चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए गए हैं। कांग्रेस की बैठक के बाद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कल सुबह तक स्थिति साफ हो जाएगी। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि बातचीत में कहीं कोई रुकावट नहीं है।
अखिलेश यादव और प्रशांत किशोर की इस मुलाकात के बाद गठबंधन की संभावना लगभग खत्म हो चुकी है। अब दोनों दल अपने-अपने घोषणा पत्र के साथ एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरेंगे।