लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा कि "आज फिर एक ऐसे सरदार की आवश्यकता है, जो आरएसएस और भाजपा जैसे संगठनों पर बैन लगाए और ऐसी शक्तियों को रोके।" अखिलेश यादव सपा के प्रदेश कार्यालय में आचार्य नरेंद्र देव और सरदार पटेल की जयंती पर आयोजित पुष्पांजलि सभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने देश को एकता के सूत्र में बांधा। उन्होंने देश में आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था। आज देश को एक और सरदार की जरूरत है जो सांप्रदायिक ताकतों को काबू कर सके, जो देश में भड़काऊ विचारधारा पर रोक लगा सके।
सपा प्रमुख ने कहा, "आरएसएस नफरत और समाज बंटवारे का विचार फैलाती है। उस पर फिर पाबंदी लगनी चाहिए।" अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरा और कहा कि उत्तर प्रदेश में जिस तरह के हालात बने हैं, उसमें भाजपा अपने नेताओं की भी सुरक्षा नहीं कर पा रही है। उन्होंने ने बेरोजगारी के मुद्दे पर भी प्रदेश और केंद्र की सरकार को घेरा। अखिलेश ने कहा कि तमाम सरकारी दावों के बावजूद बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "भाजपा उत्तर प्रदेश में रामराज्य नहीं नाथूराम राज्य चला रही है। नागरिकों को उनके मूल अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। 'यूपी 100' डायल की व्यवस्था तहस-नहस कर दी गई है। भाजपा सरकार ने स्वास्थ्य व शिक्षा सेवाओं को भी बर्बाद कर दिया है। प्रदेश का किसान कर्ज से लदा है, फांसी लगाकर जान दे रहा है। नौजवान का भविष्य अंधकारमय है। भाजपा ने उत्तर प्रदेश को हत्या प्रदेश बना दिया है।"
अखिलेश ने अपनी सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि उनके जमाने में किसानों के लिए कई सारी योजनाएं थीं और एक ही छत के नीचे किसानों की समस्याओं का समाधान होता था। मौजूदा सरकार ऐसा नहीं कर रही है।