नई दिल्ली. यूपी ATS द्वारा देश की राजधानी नई दिल्ली से धर्मपरिवर्तन को लेकर सिंडीकेट चलाने के मामले में दो बड़ी गिरफ्तारी की गई हैं। इन गिरफ्तारियों के बाद गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत नरसिंहानंद सरस्वती का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, "आज काशी में हूं, आज यूपी एटीएस ने जहांगीर और उमर गौतम नाम के दौ मौलवी पकड़े हैं और उनका क्लू मेरी हत्या करने के लिए जो मुसलमान आए थे उनसे मिला है।"
महंत नरसिंहानंद सरस्वती ने आगे कहा, "एक बहुत बड़ा गिरोह है जो हिंदुओं का धर्म परिवर्तन करके उन्हें मुसलमान बना रहा है और पूरा गिरोह गृह युद्ध के लिए काम कर रहा है, हिंदुओं में सभी लोग इसके बारे में जानते हैं लेकिन कोई चर्चा नहीं करना चाहता, जिस व्यापक पैमाने पर यह गिरोह हिंदुओं का धर्मांतरण करवा रहा है उसकी व्यापक जांच होनी चाहिए। हिंदुओं से कहना चाहता हूं कि अपने विरुद्ध होने वाले षडयंत्र को हिंदू समझें, इन्होंने लाखों हिंदुओं को मुसलमान बना दिया लेकिन कहीं चर्चा नहीं। हिंदुओ अगर इस षडयंत्र को नहीं समझोगे तो मिट जाओगे।"
आपको बता दें कि यूपी एटीएस ने मूक बधिर छात्रों न कमजोर आय वर्ग के लोगों को धन, नौकरी व शादी का लालच देकर धर्मांतरण कराने वाले सिंडिकेट के दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गौर करने वाली बात ये है कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक मौहम्मद उमर गौतम धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बना है। उसके पिता का नाम धनराज सिंह गौतम है। गिरफ्तार किए गए दूसरे शख्स का नाम मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी है। दोनों दिल्ली के जामिया नगर के रहने वाले हैं।