मुजफ्फरनगर. भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने रविवार को लखीमपुर खीरी में हुई घटना के बाद किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में नहीं जाने के लिए कहा है। सिसौली में रविवार रात बीकेयू मुख्यालय में एक किसान पंचायत को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा हिंसा भड़का कर किसानों के आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि किसान गुस्से में हैं और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए वे राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में न जाएं। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान रविवार को भड़की हिंसा में आठ लोगों की मौत के बाद टिकैत की यह टिप्पणी आई है। यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की लखीमपुर यात्रा से पहले हुई इस घटना में मृतकों में किसान और भाजपा कार्यकर्ता शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में से चार कार में सवार व्यक्ति हैं, जो प्रत्यक्ष तौर पर उप्र के मंत्री का स्वागत करने आए भाजपा कार्यकर्ताओं के काफिले का हिस्सा थे। ऐसे आरोप हैं कि इनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। वहीं चार अन्य किसान हैं। किसान नेताओं ने दावा किया है कि मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा उन कार में से एक में सवार थे, जिसने उप मुख्यमंत्री के दौरे का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर गाड़ी चढ़ा दी।
हालांकि, मंत्री अजय मिश्रा का कहना है कि वह और उनके बेटे घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे और उनके पास इसे साबित करने के लिए तस्वीरें और वीडियो सबूत के तौर पर मौजूद है। इसी बीच बीकेयू कार्यकर्ताओं ने रविवार रात लखीमपुर खीरी घटना के खिलाफ धरना दिया और शामली जिले में एक सड़क जाम कर दी। प्रदर्शनकारियों ने आशीष मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए शामली के जिला अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा।