लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल आजमगढ़ में थे। इस दौरान उन्होंने आजमगढ़ के इतिहास को खोल दिया गया। योगी आदित्यनाथ ने इशारा किया कि वो आजमगढ़ का नाम आर्यमगढ़ कर देंगे। और इस जिले का प्राचीन गौरशाली इतिहास फिर से वापस ला देंगे। आपको बता दें कि जब आजमगढ़ में योगी आदित्यनाथ का भाषण हुआ तो उनके बैनर के पीछे लिखा था आजमगढ़ (14-11-51) लेकिन अब ये ज्यादा दिन आज़मगढ़ नहीं रहने वाला। योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर इशारा कर दिया है कि आज़मगढ़ का नाम आर्यमगढ़ कर देंगे और प्राचीन गौरव वाला इतिहास फिर से वापस लाएंगे।
आर्यमगढ़ का मतलब है- आर्यों का गढ़। आर्य भारत के प्राचीन इतिहास में एक सम्मान सूचक संबोधन माना जाता है। योगी आदित्यनाथ ने हमेशा इतिहास का हवाला देकर कहा कि ये आजमगढ़, आर्यमगढ़ था और ये आर्यों की धरती है।
'आजमगढ़' नाम कैसे पड़ा?
आजमगढ़ अवध क्षेत्र का हिस्सा था और लंबे समय तक आजमगढ़ भारत के 16 महाजनपदों में से एक कोशल महाजनपद का हिस्सा था। आजमगढ़ की फूलपुर तहसील में महर्षि दुर्वासा का आश्रम है जिनको पौराणिक कथाओं में उनके क्रोध के लिए जाना जाता है। इस इलाके का नाम आज़मगढ़ 17वीं सदी में हुआ। 17वीं सदी में यानी आज से 360 साल पहले आजमगढ़ पर गौतम राजपूत राजा विक्रमजीत का शासन था। विक्रमजीत की पत्नी मुसलमान थीं और उन्होंने इस्लाम स्वीकार कर लिया। विक्रमजीत के दो बेटे हुए आज़म और अज़मत। बाद में उनके बेटे आज़म ने ही इलाके का नाम आजमगढ़ कर दिया। आज भी आजमगढ़ में अजमतगढ़ नाम की भी एक जगह है जो कि राजपूत राजा विक्रमजीत के दूसरे बेटे अजमत के नाम पर है।
योगी सरकार सिर्फ नाम और रंग बदलने वाली सरकार- अखिलेश
आजमगढ़ का नाम आर्यमगढ़ होने की अटकलों के बीच अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर बड़ा हमला बोला और कहा कि योगी की सरकार सिर्फ नाम और रंग बदलने वाली सरकार है। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी ने जो कल JAM की परिभाषा दी है वो बिल्कुल झूठी है। अखिलेश ने बीजेपी के JAM की नई परिभाषा दी और कहा कि J फॉर झूठ, A फॉर अहंकार और M फॉर महंगाई बताया है। दरअसल बीजेपी ने कल J से जिन्ना, A से आजम खान और M से मुख्तार कहा था।