लखनऊ: उत्तर प्रदेश की सपा सरकार के वरिष्ठ काबीना मंत्री आजम खां से अपने तल्ख रिश्तों के लिये चर्चा में रहे शिया धर्मगुर मौलाना कल्बे जवाद ने आज प्रदेश की जनता खासकर मुसलमानों से राज्य विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गठित सपा-कांग्रेस गठबंधन को वोट ना देने की अपील की।
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मौलाना जवाद ने सुन्नी शिया एकता फ्रंट द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हमेशा से मुसलमानों की जड़ें काटने का काम किया है जबकि राज्य में सपा की मौजूदा सरकार ने मुस्लिम कौम को धोखे के सिवा कुछ नहीं दिया है। अब ये दोनों पार्टियां साथ मिलकर चुनाव लड़ने जा रही हैं, लिहाजा प्रदेश की जनता, खासकर मुसलमानों से अपील है कि वे सपा-कांग्रेस के गठबंधन को वोट ना दें।
यह पूछे जाने पर कि वह मुसलमानों से किस पार्टी को वोट देने की अपील करेंगे, इस पर फ्रंट के संरक्षक जवाद ने कहा कि अभी इस बारे में बात हो रही है और वह दो-तीन दिन बाद इस बारे में कोई फैसला करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव सरकार ने मुसलमानों को सिर्फ फसाद और कब्रिस्तान दिये हैं। मुख्यमंत्री ने आतंकवाद के आरोप में अदालतों से बरी हुए मुस्लिम नौजवानों के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाकर अपने पिता मुलायम सिंह यादव के इस आरोप को साबित किया है कि वह मुस्लिम विरोधी हैं।
इस सवाल पर कि क्या वह मुसलमानों से बसपा के पक्ष में वोट की अपील करेंगे, ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के सदस्य मौलाना जवाद ने कहा कि अभी वह इस बारे में कुछ नहीं कहेंगे। मालूम हो कि मौलाना जवाद के प्रदेश के नगर विकास मंत्री आजम खां से खासे तल्ख रिश्ते हैं। खासकर वक्फ सम्पत्तियों के मुद्दे पर दोनों के बीच काफी द्वंद्व देखा गया था।