लखनऊ। पैगम्बर मुहम्मद साहब के जन्मदिन पर बारावफात का त्योहार पूरे उत्तर प्रदेश में शांतिपूर्ण ढंग से मनाया गया। अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के निर्णय के अगले दिन रविवार को सूबे में पुलिस के कड़े पहरे के बीच जगह-जगह जुलूस-ए-मुहम्मदी का आयोजन किया गया।
पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने बताया कि प्रदेश में जगह-जगह शांतिपूर्ण तरीके से परम्परानुसार जुलूस-ए-मुहम्मदी निकाले गये। देर शाम तक कुल 5000 में से 4100 जुलूस निकाले जा चुके थे। इस दौरान कहीं से कोई गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिली। नियंत्रण कक्ष के जरिये हर जुलूस पर पैनी नजर रखी जा रही है।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर भी नजर रखने और कड़ी कार्रवाई करने की वजह से भी हालात सामान्य बनाये रखने में खासी मदद मिली है। कुमार ने बताया कि शनिवार को अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय का निर्णय आने के बाद रात में रोशनी के कार्यक्रम भी परम्परागत रूप से आयोजित किये गये। इस दौरान हालात बिल्कुल सामान्य रहे। इस सवाल पर कि क्या अयोध्या मामले में अदालत के निर्णय के मद्देनजर कुछ स्थानों पर लोगों ने जुलूस नहीं निकाला, कुमार ने बताया कि कहीं से ऐसी खबर नहीं मिली है।
आगरा में एक स्थान पर आयोजकों के आपसी मतभेदों की वजह से जुलूस-ए-मुहम्मदी नहीं निकाला गया। मगर ऐसा पिछले साल भी कई जगहों पर हो चुका है। हालांकि अयोध्या में बारावफात पर जुलूस-ए-मुहम्मदी नहीं निकाला गया। अयोध्या में यह जुलूस शनिवार को जबकि जिला मुख्यालय पर आज निकाला जाना था मगर आयोजकों ने ही कार्यक्रम निरस्त कर दिया।
इंडियन मुस्लिम लीग उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष नजमुल हसन गनी ने बताया कि अयोध्या में विभिन्न स्थानों पर बैरियर लगाये जाने की वजह से जुलूस का कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है। हालांकि जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने कहा कि जुलूस निरस्त नहीं किया गया बल्कि आयोजकों ने उसका आकार कम किया था।
इस बीच, भदोही से प्राप्त खबर के मुताबिक जिले में निकाले गये जुलूस-ए-मोहम्मदी में बड़ी संख्या में हिन्दू समुदाय के लोगों ने भी बड़ी अकीदत से शिरकत की। जिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि शहर में दो जुलूस निकाले जाते रहे हैं।
गोपीगंज स्थित जामा मस्जिद से निकाला जाने वाला जुलूस इस बार नहीं निकला। वहीं, दूसरे जुलूस में लगभग 50 हजार लोगों ने शिरकत की। इसमें नगर पालिका अध्यक्ष अशोक कुमार जायसवाल, भाजपा के नगर अध्यक्ष प्रिंस गुप्ता, कई भाजपा सभासद और पदाधिकारी भी शामिल हुए।
पैगम्बर मुहम्मद साहब के जन्मदिन के तौर पर मनाये जाने वाले बारावफात के मौके पर राजधानी लखनऊ में ऐतिहासिक जुलूस ‘मदहे सहाबा’ का आयोजन किया गया। इस दौरान इस्लामी झंडों के साथ राष्ट्रीय ध्वज भी लहराये गये। इस दौरान उलमा ने मुहम्मद साहब को याद करते हुए कहा कि आज के दिन का यही पैगाम है कि हम उनके बताये हुए रास्ते पर चलें और सच्चाई तथा ईमानदारी के साथ हर इंसान के साथ अच्छा बर्ताव करें।