लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अनुरोध पर अभी राज्य संपत्ति विभाग विचार कर ही रहा था, कि उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने भी अपना बंगला खाली करने के लिए 2 वर्ष का समय मांगा है। इस आशय का पत्र उन्होंने अपने प्रतिनिधि के माध्यम से बुधवार को राज्य संपत्ति विभाग को भिजवा दिया है।
राज्य संपत्ति विभाग के सूत्रों के मुताबिक, मुलायम सिंह यादव ने बुधवार को अपने निजी सचिव के माध्यम से एक पत्र राज्य संपत्ति अधिकारी योगेश कुमार शुक्ला को भिजवाया था। शुक्ला ने उनका पत्र प्राप्त कर लिया है। इस पर आगे का फैसला न्याय विभाग से विचार विमर्श के बाद ही लिया जाएगा।
ज्ञात हो कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद राज्य संपत्ति विभाग उप्र के 6 पूर्व मुख्यमंत्रियों से सरकारी बंगला खाली करवाने की कवायद में जुटा हुआ है। विभाग की तरफ से सबको 15 दिन के भीतर बंगला खाली करने का नोटिस भी भेजा गया है। राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारी योगेश कुमार शुक्ला ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश के अनुरोध के बाद न्याय विभाग से इस संबंध में विचार विमर्श चल रहा है। न्याय विभाग का फैसला आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
शुक्ला ने हालांकि बताया कि दो पूर्व मुख्यमंत्रियों राजनाथ सिंह एवं कल्याण सिंह की तरफ से बंगला खाली कराए जाने की सहमति मिल गई है। लेकिन बाकी की तरफ से अभी कोई जवाब नहीं आया है।
गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने अपना सरकारी आवास खाली करने के लिए राज्य संपत्ति विभाग से दो वर्ष का समय मांगा था।
अखिलेश यादव ने कहा कि उन्होंने अपने लिए राजधानी में कोई घर नहीं बनाया है। वह अपने लिए और नेताजी (मुलायम सिंह यादव) दोनों के लिए घर खोज रहे हैं। अगर उन्हें किराए का मकान मिल जाता है, तो वह घर खाली कर देंगे।