मऊ. बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा लगातार ही मुख्तार अंसारी से जुड़ी अवैध प्रॉपर्टी पर एक्शन लिया जा रहा है। शनिवार को भी मुख्तार अंसारी द्वारा अवैध रूप से कब्जा किए गए भूखंड़ों को खाली कराने की मुहिम जारी रही। मऊ में शनिवार को जिला प्रशासन द्वारा एक भूखंड पर बने गोदाम को बुलडोजर से ढहा दिया गया। जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि गोदाम अंसारी की पत्नी के नाम पर था और इसमें कुल चार साझेदार हैं।
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उन्होंने बताया कि गोदाम बनाने के लिए अवैध रूप से ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा कर गया लिया था। त्रिपाठी ने बताया कि इस मामले में ग्राम समाज की जमीन का अवैध तरीके से दाखिल-खारिज करा लिया गया था। उन्होंने बताया कि इस मामले में और भी जांच चल रही है, जिसमें कई और काश्तकारों के नाम शामिल हैं और जिसका अभी जल्द ही एग्रिमेंट कराकर लिखवाने का काम किया गया।
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गोदाम मुख्तार अंसारी की पत्नी आफसा अंसारी और साले आतिफ अंसारी के नाम पर था। इससे पहले शुक्रवार को जिले के सदर विधानसभा से मुख्तार के करीबी सहयोगी रईस कुरैशी के अवैध बूचड़खाने को जिला प्रशासन ने गिरा दिया था।
शुक्रवार को ध्वस्त किया गया था बूचड़खाना
शुक्रवार को मऊ जिला प्रशासन द्वारा मुख्तार अंसारी के करीबी सहयोगी रईस कुरैशी के अवैध बूचड़खाने को गिराया गया था। यह अवैध बूचड़खाना दशकों पहले मुख्तार अंसारी गिरोह के करीबी रईस कुरैशी ने बनवाया था, जिसकी कीमत करीब 40 लाख रुपये बतायी जाती है। शुक्रवार को पुलिस क्षेत्राधिकारी नरेश कुमार और सिटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में भारी पुलिस बल के साथ इसे ध्वस्त कर दिया गया।
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लखनऊ में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि इस अवैध बूचड़खाने के तार मुख्तार अंसारी गिरोह से जुड़े थे जिसे स्थानीय प्रशासन ने गिरवा दिया है और वहां पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। गौरतलब है कि बृहस्पतिवार को बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के स्वामित्व वाले दो अवैध निर्माण राजधानी लखनऊ के डालीबाग क्षेत्र में ध्वस्त कर दिए गए थे। राज्य सरकार ने मऊ से बसपा के वर्तमान विधायक मुख्तार के निकट सहयोगियों की संपत्तियां हाल ही में विभिन्न जिलों में जब्त की हैं और गाजीपुर में मुख्तार के चार सहयोगियों के शस्त्र लाइसेंस भी पहले निरस्त किए जा चुके हैं।
With inputs from Bhasha