बाराबंकी/लखनऊ (उप्र): कुख्यात गैंगस्टर एवं मऊ से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक मुख्तार अंसारी से जुड़े एम्बुलेंस प्रकरण में पुलिस ने एक अस्पताल की संचालक डॉ.अलका राय सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों को मंगलवार को अदालत में पेश किया जाएगा। बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने मंगलवार को बताया कि एसआईटी (विशेष जांच दल) की जांच के बाद ये गिरफ्तारियां की गईं। राय पर फर्जी दस्तावेज के आधार पर एम्बुलेंस का पंजीकरण कराने का आरोप है। अंसारी को वसूली के एक मामले में 31 मार्च को पंजाब की रोपड़ जेल से इस एम्बुलेंस से मोहाली की अदालत ले जाया गया था।
बाराबंकी में दो अप्रैल को एम्बुलेंस के दस्तावेज फर्जी पाए जाने पर मामला दर्ज किया गया था। यह एम्बुलेंस राय के नाम से पंजीकृत है। इसके बाद सहायक राज्य सड़क परिवहन अधिकारी ने राय के खिलाफ मामला दर्ज कराया। पुलिस अधीक्षक के मुताबिक, अंसारी से जुड़े एम्बुलेंस संबंधी मामले में बाराबंकी पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मऊ के श्याम संजीवनी अस्पताल की संचालक राय और एक अन्य आरोपी एस एन राय को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि दोनों को एसआईटी जांच के बाद फर्जी दस्तावेज के जरिए एम्बुलेंस का पंजीकरण करवाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है और उन्हें मंगलवार को बाराबंकी की अदालत में पेश किया जाएगा। इस मामले में एक आरोपी राजनाथ यादव की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है।
राजनाथ यादव को भी बाराबंकी पुलिस ने मऊ जिले से ही गिरफ्तार किया था। मामला सामने आने के बाद राय ने कहा था कि अंसारी ने उनसे कागजात पर जबरन हस्ताक्षर करवाए थे। राय के बयान के आधार पर बाराबंकी पुलिस ने अंसारी के खिलाफ साजिश एवं जालसाजी का मामला दर्ज किया और मामले की जांच एसआईटी को सौंपी गई। प्रसाद ने बताया था कि रोपड़ जेल में बंद अंसारी को ले जाने के लिए इस्तेमाल की गई एम्बुलेंस को वैध दस्तावेज के बिना संचालित करने के संबंध में शहर कोतवाली में राय के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। अब अंसारी उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद हैं। पुलिस के अनुसार, अंसारी को जिस एम्बुलेंस में अदालत ले जाया गया था, वह निजी एम्बुलेंस निकली और पंजाब में एक ढाबे से लावारिस हालत में अप्रैल के पहले हफ्ते में बरामद की गई।
इनपुट-भाषा