लखनऊ: कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में आवारा पशुओं से आतंकित किसानों द्वारा आत्महत्या की घटनाओं के लिए राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार को जिम्मेदार करार देते हुए आरोप लगाया कि गौसेवा के नाम पर सरकार द्वारा लिया जा रहा धन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने शनिवार को कहा कि विकराल रूप ले चुकी आवारा पशुओं की समस्या के लिए योगी सरकार सीधे तौर पर जिम्मेदार है। वह उसके समाधान के लिए तनिक भी गम्भीर नहीं है। गाय के नाम पर सियासी रोटियां सेंकने वाली यह सरकार पशुधन को वरदान बनाने की दिशा में सोच तक नहीं रही है।
उन्होंने दावा किया कि गौसेवा के लिए शराब पर लगाए गए उपकर से मिलने वाला धन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है। ग्राम प्रधानों, सचिवों और ग्राम विकास अधिकारियों पर दबाव बनाया जा रहा है कि वे विकास कार्यों के लिए आवंटित होने वाले धन में से ही गौशालाओं के रखरखाव का भी खर्च निकालें। यह सरकार की लापरवाही और असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है।
शुक्रवार को आगरा के बाहरी इलाके में कथित रूप से आवारा पशुओं द्वारा फसल बर्बाद किए जाने से क्षुब्ध होकर आत्महत्या करने वाले किसान राजेश कुशवाहा के परिजन से मुलाकात करने गए लल्लू ने कहा कि पूरे प्रदेश में किसान भाजपा की नीतियों से परेशान हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि इस आत्महत्या का जिम्मेदार कौन है? हमारी सरकार से मांग है कि पीड़ित परिजनों को अविलंब 25 लाख की सहयोग राशि दी जाए। इसके साथ ही प्रदेश में आवारा पशुओं के कारण बर्बाद हुई फसल का सर्वे कराकर प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाए। साथ ही ऐसे जानवरों से फसल को बचाने के लिये रात भर खेतों में पहरा दे रहे किसानों के लिए भत्ता की व्यवस्था सुनिश्चित हो।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री को शायद इस बात की खबर नहीं है कि किसान भाजपा की खराब नीतियों के कारण आत्महत्या कर रहे हैं।