लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मिस्टर नेगेटिव दलित मैन की संग्या देने के एक दिन बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज मोदी और भाजपा पर आरोप मढा कि वे उत्तर प्रदेश के चुनावों को जातीय एवं सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं।
मायावती ने यहां एक बयान में कहा, दो दिन से भाजपा और प्रधानमंत्री सहित उसके शीर्ष नेता गलत बयानबाजी कर रहे हैं। चुनाव के शुरूआती तीन चरणों में खराब प्रदर्शन का अहसास होने के बाद ऐसा किया जा रहा है।
मायावती ने मोदी की फतेहपुर रैली का हवाला दिया, जिसमें मोदी ने कहा था कि हर गांव में एक कब्रिस्तान और एक श्मशान होना चाहिए। राज्य को अगर रमजान पर बिजली मिले तो दीवाली में भी मिले, ईद पर बिजली मिले तो होली पर भी मिले। बसपा सुप्रीमो कहती हैं कि चुनाव को जातीय एवं सांप्रदायिक रंग देने के मकसद से ऐसी बयानबाजी की जा रही है।
मायावती ने कहा कि मोदी चुनावों को सांप्रदायिक एवं जातीय रंग देना चाहते हैं। ऐसी कोई भी बात कहने से पहले मोदी को हरियाणा और मध्य प्रदेश जैसे भाजपा शासित राज्यों में देखना चाहिए कि क्या वहां हर गांव में ऐसी सुविधा है। उन्होंने कहा कि पहले मोदी को भाजपा शासित राज्यों के हर गांव में श्मशान भूमि देनी चाहिए और उसके बाद मोदी उत्तर प्रदेश की बात करें। इस तरह की गलत बयानबाजी साबित करती है कि वह झूठ की राजनीति करने पर आमादा हैं। भाजपा ने राजनीति का स्तर गिराया है, जो लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।
मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह कथन गलत है कि भाजपा जाति एवं संप्रदाय की राजनीति नहीं करती। भाजपा ने उत्तर प्रदेश में एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया जबकि राज्य में मुस्लिम आबादी 18 से 20 फीसदी है। उन्होंने कहा कि दूसरी ओर बसपा ने टिकट बंटवारे में बिना किसी भेदभाव के हर जाति एवं धर्म के लोगों को प्रतिनिधित्व दिया है।
मायावती ने दावा किया कि चुनाव में बसपा को पूर्ण बहुमत मिलेगा। भाजपा तथा सपा-बसपा गठबंधन दूसरे और तीसरे नंबर के लिए लड़ रहे हैं।